Highlightsअपने जिंदगी के संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए जायसवाल ने आकाश चोपड़ा के शो पर कई बातों का जिक्र किया था।अपनी जिंदगी की कई रातें भूखे रहकर एक टेंट में गुजारने वाले यशस्वी की आंखों में बस एक सफल क्रिकेटर बनने का सपना था। यशस्वी जायसवाल के पिता की एक छोटी सी दुकान थी जिससे पूरे परिवार का गुजरा बहुत ही मुश्किल से चलता था।
राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के लिए आईपीएल में पहुंचने का सफर कतई आसान नहीं था। लेकिन क्रिकेट के प्रति जुनून ही कुछ ऐसी थी कि उन्होंने हर मुश्किल को हंसते-हंसते सह लिया। अपनी जिंदगी की कई रातें भूखे रहकर एक टेंट में गुजारने वाले यशस्वी की आंखों में बस एक सफल क्रिकेटर बनने का सपना था।
अपने जिंदगी के संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए उन्होंने आकाश चोपड़ा के शो पर कई बातों का जिक्र किया था। यशस्वी जायसवाल ने बताया कि शुरुआती दिनों में मेरे चाचा जी ने दूध की डेयरी पर मेरे रहने का बंदोबस्त कर दिया था लेकिन अचानक उन लोगों ने मेरा बैग डेयरी के बाहर निकाल दिया और कहा कि तुम अब अपना देख लो। उस वक़्त मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं कहां जाऊं क्योंकि घर से इतनी सुविधा नहीं थी की वह मुझसे कह देते की अलग घर लेकर रह लो।
गरीबी की वजह से करना पड़ा संघर्ष
यशस्वी जायसवाल ने कहा, 'पैसे न हो पाने के चलते मैं काफी टाइम टेंट में रहा वहां पर हालात सही नहीं थे लेकिन ठीक था जब तक मेरा क्रिकेट अच्छा चल रहा था। मेरे दिमाग में उस वक़्त यही रहता था कि मुझे मुंबई और भारत की तरफ से खेलना है।' बता दें कि उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले यशस्वी जायसवाल के पिता की एक छोटी सी दुकान थी जिससे पूरे परिवार का गुजरा बहुत ही मुश्किल से चलता था।
2.40 करोड़ में बिके थे यशस्वी जायसवाल
आईपीएल 2020 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 17 वर्ष के यशस्वी को 2.40 करोड़ में ख़रीदा था। हालांकि, उनका बल्ला अभी तक कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया है। दिल्ली के खिलाफ उन्होंने कुछ अच्छे शॉट्स जरूर लगाए। लेकिन यशस्वी को आईपीएल में अभी भी अपनी पहचान की तलाश है। यशस्वी को श्रीलंका दौरे के लिए चुनी गई भारत की 'ए' टीम में शामिल किया गया था। उन्होंने श्रीलंका के इस टूर को सफल किया और भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम को रिकॉर्ड छठी बार एशिया कप दिलाया।