इंटरनेशनल क्रिकेट में फिक्सिंग को लेकर अल जजीरा ने एक बार फिर बड़ा खुलासा किया है। अल जजीरा ने रविवार को प्रसारित डॉक्यूमेंट्री में दावा किया है कि साल 2011-12 में 15 इंटरनेशनल मैचों में 26 बार स्पॉट फिक्सिंग हुई थी। इसी साल मई महीने में भी अल जजीरा ने क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग को लेकर 54 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री में खुलासा किया था, जिसमें भारत में खेले गए गए तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का दावा किया था।
अल जजीरा की डॉक्यूमेंट्री 'क्रिकेट के मैच फिक्सर्स: द मुनवर फाइल्स' में दावा किया गया है कि 2011 वर्ल्ड कप के 5 मैचों में और 2012 वर्ल्ड टी-20 के 3 मैचों में भी फिक्सिंग हुई थी। डॉक्यूमेंट्री के अनुसार साल 2011-12 के दौरान छह टेस्ट, छह वनडे और तीन टी-20 इंटरनेशनल मैचों में फिक्सिंग हुई थी। इसमें सात मैचों में इंग्लैंड, पांच में ऑस्ट्रेलिया, तीन में पाकिस्तान और एक में किसी अन्य दूसरे देश के क्रिकेटर ने फिक्सिंग की थी।
अल जजीरा की नई डॉक्यूमेंट्री में आईसीसी के रडार पर चल रहे कथित मैच फिक्सर अनील मुनवर ने दावा किया है कि 2011 में भारत-इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में फिक्सिंग हुई थी। इसके अलावा इस डॉक्यूमेंट्री में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा की फोटो मुनवर के साथ दिखाया गया है। कोहली और रोहित की यह तस्वीर 2012 टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान की है, जो कोलंबो के एक होटल की है।
हालांकि डॉक्यूमेंट्री में कोहली या रोहित के फिक्सिंग में शामिल होने का किसी प्रकार का जिक्र नहीं किया गया है और फोटो के साथ लिखा गया है कि यह खिलाड़ी किसी भी गलती में शामिल नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल को 'डी कंपनी' के एक सदस्य से होटल लॉबी में मुलाकात करते दिखाया गया है।
बता दें कि अकमल ने जून 2018 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की एंटी करप्शन यूनिट को एक फिक्सर द्वारा संपर्क किए जाने की जानकारी दी थी। इसमें उन्होंने हॉन्ग कॉन्ग सिक्सेज टूर्नामेंट, दक्षिण अफ्रीका से सीरीज और 2015 के वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ मैच से पहले फिक्सर के संपर्क करने की शिकायत की थी।