नई दिल्ली, 09 अक्टूबर: पूर्व मुख्य चयनकर्ता सैयद किरमानी ने कहा है कि एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली चयन समिति इतनी अनुभवी नहीं है कि कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के फैसले पर सवाल उठा सके।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर का ये बयान करुण नायर और मुरली विजय को टेस्ट टीम में न चुने जाने को लेकर हो रहे विवाद के बाद सामने आया है।
करुण नायर और मुरली विजय दोनों ने ही दावा किया था कि उनसे चयनकर्ताओं ने न तो पहले और न ही टीम से बाहर किए जाने के बाद बात की थी। हालांकि एमएसके प्रसाद ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि इन दोनों ही बल्लेबाजों को इस बारे में अवगत करा दिया गया था।
चयन विवाद को लेकर किरमानी ने पीटीआई से कहा, 'अगर आप मुझसे पूछे तो रवि शास्त्री मुख्य चयनकर्ता हैं। वह कप्तान और टीम के सीनियर खिलाड़ी चर्चा करते हैं और फिर इसे (जो वे चाहते हैं) चयनकर्ताओं के सामने रखते हैं।'
2000 के दशक में किरमानी ने कहा, 'वर्तमान चयन समिति, इन लोगों (शास्त्री और कोहली) के सामने कम अनुभवी है। और वे उस बात को सुनते हैं जो टीम मैनेजमेंट चाहता है क्योंकि वे शास्त्री और कोहली से बहस नहीं कर सकते हैं, जिनके पास ज्यादा अनुभव है।'
चयन समिति में शामिल पांचों चयनकर्ताओं का इटंरनेशनल क्रिकेट खेलने का अनुभव कोहली और शास्त्री के काफी कम है। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने छह टेस्ट और 17 वनडे खेले हैं, जबकि चार अन्य चयनकर्ताओं में शरणदीप सिंह (2 टेस्ट, 5 वनडे), देवांग गांधी (4 टेस्ट, 3 वनडे), जतिन परांजपे (4 वनडे) और गगन खोड़ा (2 वनडे) भी कोहली और शास्त्री के कम अनुभवी हैं।