Ranji Trophy: दिल्ली की टीम में इस तेज गेंदबाज को मिली जगह, हुआ बवाल, DDCA कार्यवाहक अध्यक्ष पर चयन में हस्तक्षेप का आरोप

Delhi Rajni Team: बंगाल के खिलाफ मैच से पहले दिल्ली की टीम अंकित बेनीवाल के रूप में अतिरिक्त गेंदबाज को जोड़ने को लेकर विवाद खड़ा हो गया

By भाषा | Published: January 25, 2020 09:01 AM2020-01-25T09:01:40+5:302020-01-25T09:01:40+5:30

Ranji Trophy: Controversy in Delhi camp ahead of Bengal clash over inclusion of Ankit Beniwal | Ranji Trophy: दिल्ली की टीम में इस तेज गेंदबाज को मिली जगह, हुआ बवाल, DDCA कार्यवाहक अध्यक्ष पर चयन में हस्तक्षेप का आरोप

दिल्ली के कप्तान ध्रुव शोरे ने नाराजगी जताते हुए चयन बैठक में नहीं लिया हिस्सा

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Highlightsदिल्ली रणजी टीम में अंकित बेनीवाल के रूप में अतिरिक्त खिलाड़ी को शामिल करने पर विवादडीडीसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश बंसल पर टीम चयन में हस्तक्षेप का आरोप

नई दिल्ली: दिल्ली की रणजी टीम बंगाल के खिलाफ कोलकाता में होने वाले रणजी मैच से पहले चयन विवाद में फंस गयी क्योंकि टीम में तेज गेंदबाज अंकित बेनीवाल के रूप में अतिरिक्त सदस्य जोड़ा गया है और कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश बंसल पर चयन मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया गया है।

संयोग से बंसल बीसीसीआई के पूर्व उपाध्यक्ष स्नेह बंसल के छोटे भाई है जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में डीडीसीए से बर्खास्त किया गया था।

डीडीसीए अधिकारियों और चयनसमिति के करीबी सूत्रों के अनुसार कोच भास्कर पिल्लै और कप्तान ध्रुव शोरे दोनों चयन बैठक में नहीं आये क्योंकि वह इस खिलाड़ी के चयन का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे।

अंकित बेनीवाल को दिल्ली टीम में शामिल करने पर बवाल 

डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘आम तौर पर दिल्ली 15 खिलाड़ियों और संभावित खिलाड़ियों में शामिल दो नेट गेंदबाजों का चयन करती रही है। हमारे पास विकास टोकस और प्रांशु विजयरन जैसे रणजी तेज गेंदबाज हैं। इसके बजाय बंगाल मैच के लिये अंकित बेनीवाल का चयन किया गया जिनकी रफ्तार केवल 110 किमी है।’’

अधिकारी से पूछा गया कि किसके कहने पर बेनीवाल को नेट गेंदबाज के तौर पर टीम में लिया गया जबकि डीडीसीए लीग में भी उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं था, उन्होंने कहा, ‘‘बंसल बंधुओं (स्नेह और राकेश) ने बेनीवाल के चयन के लिये चयनकर्ताओं पर दबाव बनाया। लेकिन अजीब बात है कि चयनसमिति के अध्यक्ष बंटू सिंह ने इस तरह के गलत कदम का विरोध नहीं किया। असल में वे बेनीवाल को 15 सदस्यीय टीम में चाहते थे ताकि वह बीसीसीआई मैच फीस का हकदार बन सके। ’’

बंसल बंधुओं से संपर्क करने की काफी कोशिश की गयी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। बंगाल मैच के लिये बायें हाथ के तेज गेंदबाज पवन सुयाल को टीम में रखा गया है जो कि हैदराबाद के खिलाफ मैच के दौरान चोटिल हो गये थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘यह चौंकाने वाली बात है कि दो चयनकर्ता सुयाल को शामिल करने के खिलाफ थे जबकि फिजियो ने उन्हें फिट करार दिया। इसके लिये भारतीय टीम में शामिल दिल्ली के खिलाड़ी और दिल्ली के स्टार को फोन करने की जरूरत पड़ी। उन्होंने अधिकारियों से फोन पर बात की और चयनकर्ताओं से सुयाल को टीम में शामिल करने के लिये कहा।’’

यही नहीं ऑलराउंडर ललित यादव को भी हिम्मत सिंह की टीम में वापसी के लिये अंडर-23 टीम में भेज दिया गया। अधिकारी ने कहा, ‘‘चयन समिति के अध्यक्ष बंटू प्रत्येक रणजी मैच में लेग स्पिनर तेजस बारोका को टीम में रखना चाहते है लेकिन वह इसमें सफल नहीं रहे। अच्छी तरह से पता होने के बावजूद कि ईडन गार्डन्स की पिच तेज गेंदबाजों के अनुकूल है तो फिर तेजस की बजाय ललित को क्यों हटाया गया जबकि वह बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।’’ बंटू से संपर्क नहीं हो पाया।

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