हरारे, 31 मार्च। जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने अपने कप्तान ग्रेम क्रेमर समेत पूरे कोचिंग स्टाफ को बर्खास्त कर दिया है। इसी के साथ मुख्य कोच हीथ स्ट्रीक, बल्लेबाजी कोच लांस क्लूजनर, गेंदबाजी कोच डग्लस होंडो और फील्डिंग कोच वाल्टर चावागुटा, फिटनेस कोच सीन बेल और टीम एनालिस्ट स्टानले चिओजा का सफर जिम्बाब्वे टीम के साथ समाप्त हो गया।
अगले साल इंग्लैंड में होने वाले क्रिकेट विश्व कप के लिए जिम्बाब्वे की टीम क्वालीफाई नहीं कर पाई, इसके बाद बोर्ड ने कप्तान समेत पूरे स्टाफ को हटा दिया। क्रिकेट विश्व के 36 सार के इतिहास में ये पहला मौका है जब जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होगी।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने इन सभी को दोपहर तीन बजे तक अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने को कहा था, लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया। इसके बाद बोर्ड ने कप्तान समेत पूरे कोचिंग स्टाफ को को बर्खास्त कर दिया। इसमें अंडर-19 टीम के कोच स्टीफन मागोगो और व्यान जेम्स के साथ मुख्य चयनकर्ता टटेंडा टायबू को भी हटा दिया गया है।
बोर्ड के एमडी फैजल हसनेन ने मुख्य कोच हीथ स्ट्रीक को भेजे ई-मेल में लिखा, 'हमारे बीच हुई बातचीत के बाद आप अपने तकनीकी स्टाफ, जिसमें आप भी शामिल हैं, दोपहर तीन बजे तक अपने पद से इस्तीफा देने को कहिए। इसके बाद तकनीकी टीम उन्हें बर्खास्त मान लेगी और उन्हें उनके पदों से तत्काल प्रभाव से हटा देगी।'
हालांकि कोच और स्टाफ ने यह बात मानने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि टीम की विफलता का मतलब पूरी तरह से उनके काम की विफलता नहीं है। इसलिए वो अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
रिपोर्ट के अनुसार कोच स्ट्रीक ने कहा कि मैंने एक पूर्व खिलाड़ी और कोच के तौर पर जिम्बाब्वे क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है, इसके बदले एक ई-मेल भेजकर, वो भी बिना किसी पूरी जानकारी के हटा देना ठीक नहीं है। यह मैंने उम्मीद नहीं की थी।
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