World Cup 2019: अबकी खिताब जीतने के प्रबल इरादे से उतरेगी न्यूजीलैंड, जानिए क्या है मजबूती

World Cup 2019: न्यूजीलैंड ने छह बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है और चार साल पहले अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए टीम फाइनल में पहुंची थी और अब टीम की नजरें खिताब जीतने पर हैं।

By भाषा | Published: May 27, 2019 1:47 PM

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बेहद सक्षम टीम के साथ उतर रहा न्यूजीलैंड आगामी क्रिकेट विश्व कप में ‘छुपा रुस्तम’ के ठप्पे को पीछे छोड़ने का प्रयास करेगा जो लंबे समय से उसके साथ जुड़ा हुआ है। अभ्यास मैच में भारत को छह विकेट से हराने वाला न्यूजीलैंड साढ़े चार दशक के प्रयास के बाद अंतत: विश्व को जीतने की अपनी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त है। गेंदबाजी में विविधता और मजबूत बल्लेबाजी के साथ टीम एक बार फिर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में मजबूत दावेदार के रूप मे उतरेगी।

न्यूजीलैंड ने छह बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है और चार साल पहले अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए टीम फाइनल में पहुंची थी और अब टीम की नजरें खिताब जीतने पर हैं। टीम के आगामी टूर्नामेंट के पहले 10 दिन में श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से खेलकर शुरुआती लय हासिल करने का मौका मिलेगा जबकि इसके बाद टीम को बड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना है।

न्यूजीलैंड की विश्व कप टीम में शामिल अधिकांश खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में खेले, जिससे 50 ओवर के प्रारूप में तैयारी का सीमित मौका मिला लेकिन इंग्लैंड के हालात और बल्लेबाजी की अनुकूल परिस्थितियों से टीम को मदद मिलने की उम्मीद है।

न्यूजीलैंड ने 2015 विश्व कप में ब्रैंडन मैकुलम की अगुआई में आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत अपनी सहमेजबानी में हुए टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई लेकिन खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार गया। मैकुलम काफी पहले संन्यास ले चुके हैं लेकिन गैरी स्टीड के मार्गदर्शन में खेल रही टीम के पास शीर्ष क्रम में कप्तान केन विलियमसन, अनुभवी रॉस टेलर और मार्टिन गुप्टिल के रूप में उम्दा बल्लेबाज हैं।

टेलर अपने चौथे, जबकि विलियमसन, ट्रेंट बोल्ट और टिम साउथी जैसे खिलाड़ी अपने तीसरे विश्व कप में हिस्सा ले रहे हैं। हाल के वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विलियमसन के एंकर की भूमिका निभाने की उम्मीद है। टेलर डिफेंस के अलावा आक्रामक बल्लेबाजी कर सकते हैं, जबकि ऑलराउंडर जेम्स नीशाम और कोलिन डि ग्रैंडहोम में डेथ ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की क्षमता है।

कॉलिन मुनरो की बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी है लेकिन वह गुप्टिल के साथ मिलकर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं। गेंदबाजी में बोल्ट और साउथी की अनुभवी जोड़ी नयी गेंद से जिम्मेदारी निभाएगी जबकि लाकी फर्ग्युसन टीम के तीसरे तेज गेंदबाज हैं। साउथी के साथ बोल्ट की साझेदारी टीम के लिए अहम होगी जबकि बीच के ओवरों में मिशेन सेंटनर को अहम भूमिका निभानी होगी। स्पिन की अनुकूल पिच पर सेंटनर को ईश सोढ़ी का साथ मिल सकता है। विकेटकीपर टॉम लैथम की अंगुली में फ्रेक्चर है और टीम को विश्व कप में अभियान शुरू होने से पहले उनके फिट होने की उम्मीद है।

टीम इस प्रकार है: केन विलियमसन (कप्तान), टॉम ब्लंडेल, ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लैथम, कॉलिन मुनरो, जिमी नीशाम, हेनरी निकोल्स, मिशेल सेंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउथी और रॉस टेलर।

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