माही पर सौरव गांगुली का बयान, 'काश, धोनी मेरी 2003 की वर्ल्ड कप टीम में होते'

Sourav Ganguly: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी को लेकर अपनी राय जाहिर की है

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: March 1, 2018 14:28 IST2018-03-01T11:38:10+5:302018-03-01T14:28:45+5:30

wish I had Dhoni in my 2003 World Cup team, says Sourav Ganguly | माही पर सौरव गांगुली का बयान, 'काश, धोनी मेरी 2003 की वर्ल्ड कप टीम में होते'

एमएस धोनी और सौरव गांगुली

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी आत्मकथा 'अ सेंचुरी इज नॉट एनफ' में अपने करियर के बारे में कई रोचक खुलासे किए हैं। गांगुली ने इस किताब में भारत को दो वर्ल्ड कप जिताने वाले महान कप्तान रहे एमएस धोनी के बारे में भी अपनी राय व्यक्त की है। 

संयोग से 2004 में धोनी ने गांगुली की कप्तानी में ही भारत के लिए अपना डेब्यू किया था। गांगुली ने धोनी के करियर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। धोनी की प्रतिभा को पहचानते हुए गांगुली ने उन्हें नंबर तीन पर बैटिंग कराने का फैसला किया और इसके बाद धोनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

गांगुली ने धोनी के बारे अपनी किताब में लिखा है, 'मैंने हमेशा एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश की जो दवाब में भी स्थिर रहे और जिसमें मैच का रुख बदलने की क्षमता हो। महेंद्र सिंह धोनी, जो मेरी नजरों में 204 में आए, नैचुलर तरीके से इस सोच पर फिट बैठते थे। मैं पहले दिन से ही धोनी से प्रभावित था।'  (पढ़ें: जब सौरव गांगुली के आखिरी टेस्ट में धोनी ने सौंप दी थी कप्तानी, तब 'दादा' ने क्या किया था!)

अपनी कप्तानी में 2003 का वर्ल्ड कप फाइनल ऑस्ट्रेलिया के हाथों गंवाने वाले गांगुली ने कहा, 'काश, मेरी 2003 की वर्ल्ड कप टीम में धोनी होते। मुझे बताया गया कि जब हम 2003 का वर्ल्ड कप फाइनल खेल रहे थे तो वह भारतीय रेलवे में टिकट कलेक्टर थे। अविश्वसनीय!' 
(पढ़ें: लॉर्ड्स की बालकनी में टीशर्ट लहराने के 16 साल बाद सौरव गांगुली ने कहा, 'उस घटना पर अफसोस है')

गांगुली ने कहा, 'आज मैं खुश हूं कि मेरा आकलन सही साबित हुआ। ये शानदार है कि उन्होंने सारी मुश्किलों को पार करते हुए वह इतने कामयाब बने।'

गांगुली ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच नवंबर 2008 में धोनी की ही कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। मैच के आखिरी पलों में धोनी ने कुछ देर के लिए गांगुली को टीम की कप्तानी सौंप दी थी। गांगुली के संन्यास के बाद धोनी अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले गए और गांगुली द्वारा शुरू किए गए काम को आगे बढ़ाते हुए भारत को दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बनाया। (पढ़ें: जब सौरव गांगुली के पापा ने कहा था, 'संन्यास ले लो', तो दादा ने दिया था ये जवाब!)

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