Highlightsसौरव गांगुली ने बुधवार को बीसीसीआई के 39वें अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला।सौरव गांगुली सिर्फ 9 महीने के लिए ही बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।सौरव गांगुली को जुलाई 2020 के अंत तक स्वेच्छा से बीसीसीआई का अध्यक्ष पद छोड़ना होगा।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के 39वें अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लिया। सौरव गांगुली को इस पद के लिए निर्विरोध चुना गया है, लेकिन इसके बावजूद वह सिर्फ 9 महीने के लिए ही बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
सौरव गांगुली को जुलाई 2020 के अंत तक स्वेच्छा से बीसीसीआई का अध्यक्ष पद छोड़ना होगा। बीसीसीआई के नए संविधान के प्रावधानों के मुताबिक कोई भी प्रशासक लगातार छह साल तक ही कार्य कर सकता है। छह साल के कार्यकाल के बाद 'कूलिंग पीरियड यानि विश्राम की अवधि' लागू होता है।
बता दें कि सौरव गांगुली इससे पहले 5 साल तक बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव और अध्यक्ष रह चुके हैं। सौरव गांगुली साल 2014 में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (Bengal Cricket Association) के सचिव बने ते। इसके बाद 2015 में जगमोहन डालमिया (Jagmohan Dalmiya) के निधन के बाद गांगुली कैब के अध्यक्ष बने थे। इसी साल सितंबर में गांगुली को दोबारा बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था।
सौरव गांगुली बीसीसीआई के इतिहास में अध्यक्ष बनने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेटर हैं। गांगुली से पहले विजियनग्राम के महाराजकुमार ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला था। महाराजकुमार साल 1954 से 1956 तक बीसीसीआई के अध्यक्ष थे। हालांकि साल 2014 में भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज शिवलाल यादव और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।