इस अंपायर की वजह से धोनी को नहीं मिली 'कड़ी' सजा, मैच में नो बॉल देने से किया था इनकार!

MS Dhoni: राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान धोनी को मैदान में जाकर अंपायरों से बहस करने के बावजूद क्यों मिली 50 फीसदी मैच का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 13, 2019 11:21 AM2019-04-13T11:21:03+5:302019-04-13T12:34:15+5:30

Why Dhoni let off with 50 percent match fee fine, on field umpire Bruce Oxenford statement helped csk captain | इस अंपायर की वजह से धोनी को नहीं मिली 'कड़ी' सजा, मैच में नो बॉल देने से किया था इनकार!

धोनी ने राजस्थान के खिलाफ मैच के दौरान अंपायरों से की थी बहस

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चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच गुरुवार को खेले गए आईपीएल 2019 के मैच में नो बॉल को लेकर हुए विवाद को लेकर बहुत चर्चा हुई। इस मैच में चेन्नई की पारी के आखिरी ओवर के दौरान एक गेंद को नो बॉल न दिए जाने पर भड़कते हुए मैदान के अंदर जाकर अंपायरों से बहस की थी। 

इस घटना के लिए धोनी पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया, लेकिन कइयों को मानना है कि ये स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज अपनी प्रतिष्ठा की वजह से कड़ी सजा से बच गया।

फील्ड अंपायर की वजह से कड़ी सजा से बचे धोनी!

लेकिन IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके पीछे उस घटना के दौरान मैदान पर मौजूर रहे अंपायर ब्रूस ऑक्शनफोड ने अहम भूमिका निभाई। ब्रूस ने ही इस गेंद को नो बॉल देने के फैसले को नकारा था। नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद उल्हास गांधे ने इस गेंद को नो बॉल देने के लिए अपना हाथ उठाया था, लेकिन स्क्वैयर लेग अंपायर ब्रूस ऑक्शनफोर्ड ने इस फैसले को बदलते हुए इस गेंद को नो बॉल नहीं माना था।

ऑक्सनफोर्ड के इसी फैसले पर भड़कते हुए धोनी ने मैदान के अंदर जाकर अंपायरों से इस बारे में पूछताछ की थी।  सूत्रों के मुताबिक, इस मैच के बाद मैच रेफरी के कमरे में हुई सभी पक्षों की बैठक के दौरान अंपायर ऑक्सनफोर्ड ने धोनी के इस कृत्य को ज्यादा तूल नहीं दिया, जिसकी वजह से ही उन्हें (धोनी) को सिर्फ जुर्माने लगाकर छोड़ दिया गया।

रिपोर्ट के मुताबिक, 'जब मैच के बाद सभी पक्ष मैच रेफरी के कमरे में मिले तो ऑक्सनफोर्ड ने स्पष्ट कर दिया कि वह चेन्नई के कप्तान के मैदान में जाने और नो बॉल के फैसले को बदलने को लेकर चर्चा करने को लेकर नाराज नहीं हैं।

इस घटना के बाद जहां कई लोगों का मानना था कि ये धोनी के 'क्षणिक आवेग' का इकलौता उदाहरण था, तो वहीं कई पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी के इस कदम की आलोचना करते हुए इसे गलत उदाहरण बताया था। 

अब तक सात में 6 मैच जीत चुकी चेन्नई की टीम पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है और अपने अगले मैच में 14 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगी।

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