वसीम अकरम ने इस देश को बताया 'क्रिकेट का ब्राजील', पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, 'ये देश लाया इंटरनेशनल क्रिकेट में अलग तकनीक'

Wasim Akram: पाकिस्तान की 1992 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने युवा प्रतिभाओं के मामले में सबसे धनी देश को बताया क्रिकेट का ब्राजील, जानिए क्यों

By अभिषेक पाण्डेय | Published: April 05, 2020 3:19 PM

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ठळक मुद्देपाकिस्तान इंटरनेशल क्रिकेट में अलग तकनीक लाया, अलग रवैया लेकर आया: जोंसजब पाकिस्तान ने लाखों लोगों के सामने इंग्लैंड की धज्जियां उड़ाईं, तो वह शानदार था: जोंस

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम ने सबसे ज्यादा युवा प्रतिभाएं पैदा करने के मामले में अपने देश की तारीफ करते हुए उसे 'क्रिकेट का ब्राजील' करार दिया है। अकरम ने ये बयान अपने यूट्यूब चैनल पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डीन जोंस का इंटरव्यू लेते हुए दिया।

जोंस ने कहा, 'आप (पाकिस्तान) टैलेंट फैक्ट्री हैं। हम ऑस्ट्रेलिया में कहा करते थे कि पाकिस्तान में बहुत ज्यादा प्रतिभा है, ये आप पर निर्भर करता है कि आप इसका उपयोग कैसे करते हैं।'

अकरम ने पाकिस्तान को बताया 'क्रिकेट का ब्राजील'

इसके जवाब में अकरम ने कहा, 'युवा प्रतिभा, ये 'क्रिकेट के ब्राजील' की तरह है।'

ब्राजील को फुटबॉल की दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में गिना जाता है, जिसने रिकॉर्ड 5 बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान को क्रिकेट का पावरहाउस माना जाता है लेकिन अक्सर अनिरंतरता के लिए उसकी आलोचना भी होती है। 

ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट और 164 वनडे खेलने वाले जोंस ने पाकिस्तान के क्रिकेट में विशेष होने की वजह बताते हुए कहा कि इस टीम ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अलग तकनीक और अलग रवैया लाया।

डीन जोंस ने कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट में लाया अंतर'

जोंस ने कहा, 'पाकिस्तान इंटरनेशल क्रिकेट में अलग तकनीक लाया, अलग रवैया लेकर आया, आपके (अकरम) और वकार (यूनिस), शोएब (अख्तर) जैसे गेंदबाज, और हां अब्दुल (कादिर) और मुशी (मुश्ताक अहमद), जैसे महान गेंदबाज जो अब भी आ रहे हैं।'

पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में कराची किंग्स टीम के कोच रहे डीन जोंस ने पाकिस्तान के 1992 वर्ल्ड कप जीतने के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा, क्रिकेट (पाकिस्तान के) डीएनए में है, वे लंबे समय तक शानदार खेलते रहे, लेकिन ये बड़ा बनना तब शुरू हुआ जब 80 के दशक में इमरान ने कमान संभाली। जब आपने एमसीजी (1992 में) में लाखों लोगों के सामने इंग्लैंड की धज्जियां उड़ाईं, तो वह शानदार था।'

अकरम ने खुलासा किया कि 1992 के वर्ल्ड कप के दौरान कई ऑस्ट्रेलियाई लोगों ने ये सोचकर टिकट खरीद लिए थे कि उनकी टीम फाइनल में पहुंचेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया, क्योंकि विपक्षी टीम इंग्लैंड की थी।

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