विराट कोहली ने पीटरसन से इंटरव्यू में खोले कई राज, बताया करियर का सबसे खराब पल, क्यों बने शाकाहारी, धोनी, डिविलियर्स क्यों हैं खास

Virat Kohli: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने केविन पीटरस से इंस्टाग्राम लाइव पर हुई बातचीत में अपने खेल और जीवन को लेकर कई अहम खुलासे किए, कोहली ने बताया अपना सर्वश्रेष्ठ प्रारूप और क्यों बने वीगन

By भाषा | Published: April 03, 2020 8:26 AM

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ठळक मुद्देमैं कभी एबी डिविलियर्स के साथ छींटाकशी नहीं कर पाऊंगा: विराट कोहलीमुझे धोनी और डिविलियर्स के साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है: कोहली

नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को कहा कि टेस्ट क्रिकेट खेलकर वह बेहतर इंसान बने। उन्होंने साथ ही कहा कि यह प्रारूप जीवन का प्रतिनिधित्व करता है जहां किसी व्यक्ति के पास मुश्किल समय में भागने का विकल्प नहीं होता।

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और आईपीएल टीम के अपने पूर्व साथी केविन पीटरसन से इंस्टाग्राम लाइव पर बात करते हुए कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपने जज्बे, अपने करियर के सबसे बदतर दौर, वह वेगन कैसे बने और कोविड-19 जैसे वैश्विक संकट के दौरान सहज जीवन जी पाने के लिए आभारी होने पर बात की।

पसंदीदा प्रारूप के बारे में पूछे जाने पर भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट। मैंने पांच बार यह कहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि यह जीवन का प्रतिनिधित्व करता है। आप रन बनाओ या नहीं, जब अन्य बल्लेबाजी कर रहे हों तो आपको ताली बजानी होती है। आपको अपने कमरे में वापस लौटने के बाद अगले दिन उठकर फिर मैदान में उतरना पड़ता है।’’

भारत की ओर से 86 टेस्ट में 27 शतक की मदद से 7240 रन बनाने वाले कोहली ने कहा, ‘‘आपको दिनचर्या का पालन करना होता है, फिर आप चाहे इसे पसंद करो या नहीं। यह जीवन की तरह है जहां आपको पास प्रतिस्पर्धा पेश नहीं करने का विकल्प नहीं है। टेस्ट क्रिकेट ने मुझे बेहतर इंसान बनाया।’’

आक्रामकता लुत्फ उठाने का जरिया: कोहली

शानदार टेस्ट क्रिकेटर रहे पीटरसन ने चार दिवसीय टेस्ट के विचार को खारिज करने के लिए कोहली की सराहना की। पीटरसन ने कहा, ‘‘मुझे विचार-विमर्श के लिए बुलाया गया और मैंने उन्हें कह दिया कि अगर विराट कोहली नहीं चाहता कि चार दिवसीय टेस्ट हो तो ऐसा नहीं होगा।’’ पीटरसन की यह बात सुनकर कोहली भी हंसने लगे।

मैदान पर कोहली के आक्रामक रवैया को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिलती रही है लेकिन भारतीय कप्तान का मानना है कि उनके लिए आक्रामकता लुत्फ उठाने का एक प्रकार है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि सिर्फ कप्तान होने के कारण मुझे अपने रवैये में बदलाव करने की जरूरत है। जरूरी है कि मैं लुत्फ उठाऊं और इसके बाद रणनीति आती है।’’

कोहली ने हालांकि कहा कि वह अपने जीवन में कभी एबी डिविलियर्स के खिलाफ छींटाकशी नहीं करेंगे क्योंकि वह उनका काफी सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपसी सम्मान के मामले में आईपीएल की बड़ी भूमिका रही है। मैं कभी एबी के साथ ऐसा (छींटाकशी) नहीं कर पाऊंगा। हमारे बीच ऐसी मित्रता है जो इन चीजों से काफी अधिक समय तक बरकरार रहेगी।’’

धोनी और डिविलियर्स के साथ बैटिंग करना पसंद करूंगा: कोहली

कोहली ने कहा कि उन्हें डिविलियर्स और पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ बल्लेबाजी करना सबसे अधिक पसंद है। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मुझे उन लोगों के साथ बल्लेबाजी करना पसंद है जो विकेटों के बीच मेरी दौड़ को समझते हैं। आपको मेरे रन लेने के फैसलों को समझना होगा। मुझे धोनी और डिविलियर्स के साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है, हमें रन लेने के लिए बोलने की जरूरत नहीं होती क्योंकि हम एक दूसरे को देखते हैं और हमें पता है कि कब रन लेना है।’’

कोहली ने खोला खुद के वीगन बनने का राज

शाकाहारी बनने के बारे में कोहली ने बताया कि कैसे 2018 के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उनकी रीढ़ की हड्डी में सर्वाइकल की समस्या हो गई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी छोटी अंगुलियों में कुछ महसूस ही नहीं होता था। मैंने साथ ही महसूस किया कि मेरे पेट में अम्लता की समस्या है और मेरी हड्डियों से कैल्शियम कम हो रहा है। मैंने मीट खाना बंद कर दिया और मैंने कभी इससे बेहतर महसूस नहीं किया।’’

कोहली ने दोहराया कि वह 2023 तक सभी प्रारूपों में खेलना पसंद करेंगे और 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके करियर का सबसे मुश्किल समय था जब उन्हें लगने लगा था कि विफलता से बचा नहीं जा सकता। दुनिया भर में लाखों लोगों के हीरो कोहली का भी हीरो है। इसमें से एक पुर्तगाल के दिग्गज फुटबालर क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं जिन्हें वह लियोनल मेसी से अधिक पसंद करते हैं। 

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