विजय हजारे ट्रॉफी 2018: कर्नाटक के खिलाफ फाइनल में सौराष्ट्र के सामने मयंक अग्रवाल से निपटने की चुनौती

Vijay Hazare Trophy 2018 final: विजय हजारे ट्रॉफी की ही बात करें तो मयंक अग्रवाल 7 मैचों में 623 रन बना चुके हैं।

By विनीत कुमार | Published: February 27, 2018 08:11 AM2018-02-27T08:11:53+5:302018-02-27T09:34:21+5:30

vijay hazare trophy 2018 final karnataka vs saurashtra match preview | विजय हजारे ट्रॉफी 2018: कर्नाटक के खिलाफ फाइनल में सौराष्ट्र के सामने मयंक अग्रवाल से निपटने की चुनौती

विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल

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कर्नाटक आज (27 फरवरी): जब दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर सौराष्ट्र के खिलाफ फाइनल खेलने उतरेगा उसकी नजर पिछले पांच साल में तीसरे विजय हजार ट्रॉफी पर होगी। वहीं, सौराष्ट्र की कोशिश अपने एक दशक के सूखे को खत्म करने की होगी। खिताब की प्रबल दावेदार माने जा रहे कर्नाटक की टीम को इस फाइनल तक की रेस में केवल एक हार मिली है। वहीं, सौराष्ट्र के लिए पूरा सफर उतार-चढ़ाव वाला रहा है।

कर्नाटक के लिए मयंक अग्रवाल रहे हैं इस बार के हीरो

मयंक अग्रवाल इस सीजन में 2051 रन बना चुके हैं और उनका बेहतरीन प्रदर्शन अब भी जारी है। विजय हजारे ट्रॉफी की ही बात करें तो मयंक अग्रवाल 7 मैचों में 623 रन बना चुके हैं। इसमें 3 शतक और इतने ही अर्धशतक शामिल हैं। मयंक ने क्वॉर्टरफाइनल में हैदराबाद के खिलाफ इस ट्ऱॉफी में तीसरा शतक जड़ा और फिर सेमीफाइनल में महाराष्ट्र के खिलाफ भी 81 रनों की अहम पारी खेली थी।

कर्नाटक के फाइनल तक का सफर

कर्नाटक ने विजय हजारे ट्रॉफी के अपने सफर की शुरुआत बड़ौदा के खिलाफ 101 रनों के जीत से की। इसके बाद टीम ने असम और फिर हैदराबाद को मात दी। कर्नाटक ने इसके बाद ओडिशा और फिर रेलवे को मात देते हुए क्वॉर्टरफाइनल का रास्ता तय किया। क्वॉर्टरफाइनल में कर्नाटक की भिड़ंत एक बार फिर हैदराबाद से हुई जहां टीम 103 रनों से विजयी रही। सेमीफाइनल में कर्नाटक ने महाराष्ट्र को 9 विकेट से मात दी। (और पढ़ें- IPL 2018: नॉकआउट मुकाबलों के बीच होंगे महिला टी20 मैच भी, बीसीसीआई ने दिए संकेत)

सौराष्ट्र की हर बार वापसी की क्षमता बिगाड़ सकती है कर्नाटक का खेल

यह सही है कि सौराष्ट्र का इस टूर्नामेंट में सफर बेहद उतार-चढ़ाव वाला रहा है लेकिन यह भी सच है हर अहम मौके पर टीम खुद को संकट से उबारने में कामयाब रही है। आंध्र के खिलाफ सेमीफाइनल मैच का ही उदाहरण लें तो सौराष्ट्र की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही थी। उसके चार विकेट 69 रनों पर सिमट गए। लेकिन इसके बाद रविंद्र जडेजा (58) सहित अर्पित वसावडा (58) और प्रेरक (40) की बल्लेबाजी ने पासा पटल दिया। यही नहीं गेंदबाजी में धर्मेंद्र जडेजा ने चार विकेट झटकते हुए सौराष्ट्र को फाइनल तक पहुंचाया। (और पढ़ें- मोर्ने मॉर्कल ने की संन्यास की घोषणा, इस देश के खिलाफ खेलेंगे आखिरी टेस्ट)

समर्थ व्यास और चेतेश्वर पुजारा भी सौराष्ट्र की बड़ी ताकत हैं जिसके इर्द-गिर्द टीम की बल्लेबाजी घूमेगी। अर्पित और प्रेरक का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में सराहनीय रहा है। समर्थ इस टूर्नामेंट में 296 जबकि पुजारा 289 रन बना चुके हैं। इसके अलावा अर्पित ने कुल 273 और प्रेरक ने 202 रन बनाए हैं।

दोनों टीमें इस प्रकार हैं-

कर्नाटक:  करुण नायर (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रविकुमार समर्थ, अनिरुद्ध जोशी, रितेश भटकल, सीएम गौतम (विकेटकीपर), श्रेयष गोपाल, कृष्णप्पा गौतम, प्रदीप टी, पवन देशपांडे, प्रसिद्ध कृष्णा, प्रवीण दुबे, जगदीश सुचीत, स्टुअर्ट बिन्नी, श्रीनाथ अरविंद, रोनित मोरे, शरथ बीआर, देवदत्त पडिकल

सौराष्ट्र: जयदेश शाह, अवि बरोत, अर्पित वसावड़ा, हिमालय बरद, शेल्डन जैक्शन, धर्मेंद्र जडेजा, रविंद्र जडेजा, चिराग जानी, कमलेश मकवाना, प्रेरक मांकड़, चेतेश्वर पुजारा (कप्तान), हार्दिक राठौड़, शौर्य सानंदिया, रोबिन उथप्पा, समर्थ व्यास

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