लंदन: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट के आखिरी दिन रविवार को इंग्लिश बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का रन आउट होना विवादों में आ गया है। साथ ही बहस भी छिड़ गई कि मैदान पर जो हुआ और बेयरस्टो को जिस तरह से आउट दिया गया, क्या वह खेल भावना के तहत है।
बेयरस्टो के आउट होने पर क्यों हुआ विवाद?
दरअसल, इंग्लैंड की दूसरी पारी के 52वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया की ओर से कैमरन ग्रीन गेंदबाजी कर रहे थे। सामने बेयरस्टो थे। बेयरस्टो ने गेंद को छोड़ने का फैसला किया और इसके ठीक बाद चहलकदमी करते हुए क्रीज से बाहर निकल आए क्योंकि वह ओवर की आखिरी गेंद थी। इसी बीच गेंद पकड़ने वाले ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स केरी ने गेंद को स्टंप पर दे मारा और कंगारू टीम ने आउट की अपील कर दी।
इस पर फील्ड अंपायर ने तीसरे अंपायर को रेफर किया और थर्ड अंपायर ने वीडियो रिप्ले देखने के बाद बेयरस्टो को आउट करार दिया। बेयरस्टो को यह पसंद नहीं आया लेकिन फैसले के बाद वह धीरे-धीरे मैदान से बाहर चले गए।
बेयरस्टो को आउट दिए जाने पर विवाद, क्या कहता है नियम?
खेल के नियमों के अनुसार गेंद तब तक खेल का हिस्सा रहती है जब तक अंपायर ओवर की समाप्ति के लिए कॉल नहीं करता। इस मामले में यही हुआ। अंपायर ने ओवर खत्म होने की घोषणा नहीं की थी। ऐसे में कई फैंस का ये भी मानना है कि बेयरस्टो अपने सुस्त अप्रोच की वजह से विकेट गंवा बैठे।
बेयरस्टो आउट? सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
बेयरस्टो को आउट दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर यह बहस भी छिड़ गई कि क्या ये खेल भावना है? एक यूजर ने लिखा कि यही काम अगर भारतीय टीम या रविचंद्रन अश्विन करते तो ये क्रिकेट की भावना के अनुरूप नहीं गिना जाता।
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'रन आउट के तुरंत बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जिस तरह से अपील की, उससे ऐसा लग रहा है कि यह सब योजनाबद्ध है। और वे इसका इंतजार कर रहे थे।'