बम धमाके से खौफजदा है ये क्रिकेटर, कहा- बाहर निकलने में भी लग रहा डर

सेंट सेबास्टियन चर्च उन छह होटलों और गिरजाघर में शामिल है, जिसे आत्मघाती हमलावारों ने निशाना बनाया। इन धमाकों में 321 लोगों की मौत हो गयी और सैकड़ों घायल हो गए थे। श्रीलंका में गृह युद्ध के खत्म होने के एक दशक बाद यह सबसे भीषण हमला है।

By भाषा | Published: April 23, 2019 8:18 PM

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इस्टर के मौके श्रीलंका में हुए बम धमाकों में बाल-बाल बचे क्रिकेटर दासुन शनाका ने कहा कि वह अब भी इस सदमे से नहीं उबर पाये हैंं और उन्हें बाहर निकलने में भी ‘डर’ लग रहा है। 27 साल के इस हरफनमौला खिलाड़ी ने क्रिकइंफो को बताया कि वह एक दिन पहले ही लंबी यात्रा से लौटे थे इसलिए अपने गृहनगर नेगोम्बो स्थित सेंट सेबास्टियन गिरिजाघर में प्रार्थना के लिए नहीं जा पाए थे।

सेंट सेबास्टियन चर्च उन छह होटलों और गिरजाघर में शामिल है, जिसे आत्मघाती हमलावारों ने निशाना बनाया। इन धमाकों में 321 लोगों की मौत हो गयी और सैकड़ों घायल हो गए थे। श्रीलंका में गृह युद्ध के खत्म होने के एक दशक बाद यह सबसे भीषण हमला है।

शनाका ने कहा, ‘‘आमतौर पर मैं ऐसे मौके पर चर्च जाता हूं, लेकिन उस दिन काफी थका हुआ था। उस सुबह मैं अपने घर पर था, मैंने धमाके की आवाज सुनी और लोग कह रहे थे कि बम धमाका हुआ है। मैं तेजी से चर्च की तरफ गया और मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता हूं।’’

इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, ‘‘चर्च पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था, सब कुछ बिखरा हुआ था, लोग शवों को बाहर की ओर खींच रहे थे। अगर आप ने भी उसे देखा होता तो लगता कि अंदर काई नहीं बचा होगा। यहां तक कि धमाके से फैले मलबे से आस-पास के लोग भी घायल हो गए।’’

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