लगातार हिंसा के बाद श्रीलंका सरकार ने देश में लगाई इमरजेंसी, भारत-श्रीलंका मैच पर BCCI का आया बयान

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में दो समूहों के बीच लगातार चल रही हिंसा के बाद सरकार ने वहां 10 दिन का आपातकाल लगा दिया है।

By सुमित राय | Updated: March 6, 2018 16:01 IST2018-03-06T14:30:51+5:302018-03-06T16:01:37+5:30

Sri Lanka imposes state of emergency over communal violence | लगातार हिंसा के बाद श्रीलंका सरकार ने देश में लगाई इमरजेंसी, भारत-श्रीलंका मैच पर BCCI का आया बयान

Sri Lanka imposes state of emergency over communal violence

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में दो समूहों के बीच लगातार चल रही हिंसा के बाद सरकार ने वहां 10 दिन का आपातकाल लगा दिया है। बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव के चलते श्रीलंका के हालात काफी बिगड़ गए थे। शुरुआती रिपोर्टों में बताया गया कि एक कैबिनेट नोट के बाद आपातकाल लगाने की घोषणा की गई। हालांकि इस इमरजेंसी का असर निदाहास ट्रॉफी के मैचों पर नहीं पड़ेगा।

भारत और बांग्लादेश की टीम कोलंबो में मौजूद

बता दें कि भारतीय टीम निदाहास ट्रॉफी टी20 ट्राई सीरीज खेलने के लिए श्रीलंका दौरे पर है और टीम इंडिया को आज श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में सीरीज का पहला मैच खेलना है। ट्राई सीरीज खेलने के लिए भारत के अलावा बांग्लादेशी टीम भी कोलंबो में मौजूद है।


निदाहास ट्रॉफी ट्राई सीरीज पर नहीं पड़ेगा असर

श्रीलंका में आपातकाल लगाए जाने के बाद कोलंबो में खेले जाने वाले निदाहास ट्रॉफी ट्राई सीरीज पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ेगा। बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि 'श्रीलंका में कर्फ्यू के बाद आपातकाल बुलाया गया है, लेकिन यह स्थिति कैंडी शहर में है कोलंबो में नहीं। सुरक्षा से संबंधित श्रीलंकाई अधिकारियों से बात करने के बाद, हमने यह समझा है कि कोलंबो में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है।' (निदाहास ट्रॉफी: ट्राई सीरीज के लिए तैयार टीम इंडिया, इन पांच युवा खिलाड़ियों पर होगी नजर)


मालदीव के बाद श्रीलंका में बिगड़े हालात

भारत के पड़ोसी मुल्कों में हालात इस समय अच्छे नहीं दिख रहे हैं। मालदीव में राजनीतिक उठापटक के बीच आपातकाल कई दिनों से बनी हुई है और अब शांत देश कहे जाने वाले श्रीलंका में लगातार हिंसा के बाद स्थानीय सरकार ने आपातकाल लगाने का ऐलान किया है।

क्यों भड़की है हिंसा और क्या है पूरा मामला

पिछले कुछ सालों से श्रीलंका के दो समुदायों के बीच तनाव चल रहा है। इसमें बौद्ध लोगों द्वारा मुस्लिमों पर आरोप लगाया जाता रहा है कि वे लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं और बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को तोड़ रहे हैं।


जून, 2014 में भी मुस्लिम विरोधी अभियान शुरू हुआ था, जो बाद हिंसात्मक हो गया और इसे अलुथगमा हिंसा में काफी लोग मारे गए। राष्ट्रपति एम सिरीसेना ने 2015 में सत्ता में आने के बाद मुस्लिम विरोध अपराध को लेकर जांच शुरू करवाई थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं देखने को मिली। (Nidahas Trophy: नए चैनल पर दिखाया जाएगा इंडिया-श्रीलंका मैच, आंकड़े बताते हैं रहेगा भारत का दबदबा)

सोमवार से कैंडी शहर में लगा था कर्फ्यू

श्रीलंका के कैंडी शहर में बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव भड़का, जिसके बाद शहर में हिंसा फैल गई। इसके बाद सोमवार को कैंडी शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। पुलिस का कहना है कि कैंडी जिले में सप्ताहांत से ही हिंसा और आगजनी जारी है। इसके बाद से हिंसा देश के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगी। बता दें कि श्रीलंका में मुस्लिम जनसंख्या दस फीसदी है, जबकि बौद्ध समुदाय की आबादी 75 फीसदी है।

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