Highlightsपाकिस्तानी स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने सौरव गांगुली को लेकर शेयर किया रोचक किस्सासकलैन ने बताया कि कैसे गांगुली ने 40 मिनट में जीत लिया था उनका दिल
पाकिस्तान के महान स्पिनर सकलैन मु्श्ताक ने पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की बीसीसीआई अध्यक्ष पद की उनकी भूमिका की तारीफ की है। सकलैन और गांगुली का क्रिकेट मैदान पर भी कई बार आमना-सामना हुआ था।
सकलैन ने अपने खेलने के दिनों का एक रोचक किस्सा साझा करते हुए बताया कि कैसे गांगुली ने केवल 40 मिनट में उनका दिल जीत लिया था।
सकलैन ने बताया कैसे गांगुली ने जीता था उनका दिल
सकलैन ने यूट्यूब के एक वीडियो में कहा, 'जब भारतीय टीम इंग्लैंड का दौरा कर रही थी, मैं ससेक्स के लिए खेल रहा था। वे ससेक्स में एक तीन दिवसीय मैच खेल रहे थे और सौरव (गांगुली) उस मैच में नहीं खेल रहे थे। ससेक्स ने टॉस जीतकर बैटिंग का फैसला किया।
उन्होंने कहा, मेरे ख्याल से ये 2005-06 में हुआ था। मेरे दोनों घुटनों की सर्जरी हुई थी और मैं करीब 36-37 हफ्तों तक बेड पर रहा था। मेरा मनोबल काफी गिरा हुआ था।
सकलैन ने कहा, 'मैं सर्जरी के बाद उस मैच से वापसी कर रहा था और सौरव मेरा मैच देखने आए थे। जब ससेक्स की टीम बैटिंग कर रही तो सौरव ने मुझे बालकनी से देखा था। मैं उन्हें नहीं देख पाया क्योंकि हमारे ड्रेसिंग रूम अलग दिशाओं में थे।
केवल 40 मिनट में दादा ने दिल जीत लिया था: सकलैन
उन्होंने कहा, 'गांगुली इसके बाद हमारे ड्रेसिंग रूम में आए और मुझे एक कप चाय ऑफर की और मेरे घुटनों, जिंदगी और परिवार के बारे में पूछा। इसके बाद हमने बातचीत शुरू कर दी। वह मेरे साथ करीब 40 मिनट बैठे और मेरा दिल जीत लिया।'
सकलैन ने कहा, गांगुली भारत के महान कप्तान थए और बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर भी उस कामयाबी को दोहराएंगे।
उन्होंने कहा, 'जब हम खेला करते थे तो दोनों तरफ से बहुत जुनून रहता था। फैंस अपनी उपस्थिति का अहसास कराते थे। तब कुछ गलतफहमियां भी होती थीं और मैं भी इसका हिस्सा रहा हूं। लेकिन एक बार जब मैच खत्म हो जाता था, तो हम इसे अपने पीछे छोड़ देते थे। मेरी सौरव के साथ कभी कोई गलतफहमी नहीं रही।'
सकलैन ने कहा, 'सौरव गांगुली ने भारत की कप्तानी करते हुए शानदार काम किया है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वह बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर अपने देश में क्रिकेट को बहुत आगे ले जाएंगे। उन्हें आगे बढ़ने के लिए शुभकामनाएं।'