पाकिस्तानी टीम से बाहर होने पर सरफराज अहमद ने कहा, 'मैं कप्तान था, फिर अचानक से कहीं नहीं, पचा पाना था मुश्किल'

Sarfaraz Ahmed: पाकिस्तानी टीम के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने कहा है कि उनके लिए पिछले साल टीम से बाहर होने की बात पचा पानी मुश्किल थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 14, 2020 12:45 PM

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ठळक मुद्देसरफराज अहमद को अक्टूबर 2019 में कप्तानी से हटा दिया गया था, टीम से भी हुए थे बाहरसरफराज को हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली पाकिस्तान की 29 सदस्यीय टीम में चुना गया है

विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद ने कहा है कि उनके लिए ये बात पचा पानी मुश्किल थी कि उन्हें पिछले साल पाकिस्तानी टीम से बाहर कर दिया गया था। सरफराज का ये बयान उन्हें आगामी इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान की 29 सदस्यीय टीम के लिए चुने जाने के बाद आया है।

एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सरफराज ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, 'निश्चित तौर पर ये पचा पाना मुश्किल था कि मैं कप्तान था, टीम का नियमित सदस्य था और अचानक ही मैं कहीं नहीं हूं। आप परेशान होते हैं, लेकिन मुझे बहुत नहीं झेलना पड़ा क्योंकि मैं भाग्यशाली था कि मेरे पास घरेलू क्रिकेट थी और फिर पीएसएल आ गया।'

उन्होंने कहा, 'इसलिए ज्यादातर समय, मैं व्यस्त रहा। इसके बाद इस खाली समय में पिछले तीन महीने से क्वांरटीन रहा, मुझे अपनी फिटनेस को सुधारने और किसी भी संभावित अवसर के लिए तैयार रहने का समय मिला।' 

इंग्लैंड दौरे पर दूसरे विकेटकीपर के रूप में चुने गए हैं सरफराज

सरफराज इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान टीम में दूसरे विकेटकीपर के रूप में चुने गए हैं, क्योंकि इसके लिए पहली पसंद मोहम्मद रिजवान हैं। पिछले साल अक्टूबर में कप्तानी से हटाए जाने के बाद सरफराज ने तीनों फॉर्मेट में रिजवान के हाथों अपनी जगह भी गंवा दी थी। 

इस साल की शुरुआत में सरफराज अहमद को पीसीबी के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में भी कैटिगरी ए से बी में कर दिया गया था। टीम से बाहर होने के बाद अहमद प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने गे और एक शतक और 48.57 के औसत से 340 रन बनाए।

सरफराज ने कहा, अब केवल एक खिलाड़ी के रूप में योगदान के बारे में सोचूंगा

सरफराज अहमद ने कहा, 'जब आप किसी भी फॉर्मेट में कप्तान होते हैं, तो निश्चित तौर पर इससे आपके ऊपर दबाव आता है और इसीलिए ये बड़ी जिम्मेदारी है। जब आप बिना रुके लगातार क्रिकेट खेलते रहते हैं, तो ऐसे ब्रेक आपकी मदद करते हैं। मैं मिस्बाह भाई से बात करता रहा हूं और वह मुझे इस समय का उपयोग अपनी फिटनेस में सुधार की सलाह के लिए देते थे, जिससे ये पता चला कि मैं क्या गलती करता रहा हूं।'

सरफराज ने कहा, जब आप कप्तान होते हैं तो आप अलग तरह से सोचते हैं-अपने से ज्यादा टीम के बारे में। आपका पूरा ध्यान टीम के परिणाम और प्रदर्शनों पर होता है, और इस सब में आप अपने खिलाड़ियों का समर्थन करने में ज्यादा वक्त बिताते हैं। लेकिन अब मेरे पास वह अतिरिक्त जिम्मेदारी नहीं है और मैं अब केवल ये सोचूंगा कि मेरी जरूरत होने पर किसी भी परिस्थिति में मैं खिला़ड़ी के रूप में अपनी भूमिका कैसे निभा सकता हूं।' 

पाकिस्तान को जुलाई-अगस्त में तीन टेस्ट और तीन टी20 मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है। कोरोना वायरस से बचाव के उपाय के रूप में सभी मैच बंद दरवाजों के पीछे खेले जाएंगे।

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