संजय बांगड़ ने बैटिंग कोच पद से हटाए जाने पर जताई थी 'नाराजगी', चयनकर्ता के कमरे में घुसकर की थी बहस!

Sanjay Bangar: टीम इंडिया के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने पद से हटाए जाने पर कथित तौर पर एक चयनकर्ता के कमरे में घुसकर उससे बहस की थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 04, 2019 11:41 AM

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ठळक मुद्देसंजय बांगड़ ने बैटिंग कोच पद हटाए जाने के बाद की थी चयनकर्ता से बहसबांगड़ ने कथित तौर पर वेस्टइंडीज दौरे पर चयनकर्ता देवांग गांधी को खरी-खोटी सुनाई थीपांच सदस्यीय चयन समिति ने विक्रम राठौड़ को भारतीय टीम का नया बैटिंग कोच चुना

भारतीय टीम के वेस्टइंडीज दौरे के समापन के साथ ही संजय बांगड़ के भारतीय क्रिकेट टीम के साथ पांच के कार्यकाल का भी पटाक्षेप हो गया, जो 2017 में उनके बैटिंग कोच के तौर पर टीम के साथ जुड़ने से शुरू हुआ था और 2017 में सहायक कोच तक पहुंचा था।

जहां भरत अरुण गेंदबाजी और आर श्रीधर फील्डिंग कोच के तौर पर दोबारा अपने पदों पर नियुक्त हुए हैं, तो वहीं संजय बांगड़ को विक्रम राठौड़ के हाथों अपना पद गंवाना पड़ा है।

संजय बांगड़ ने चयनकर्ता के कमरे में घुसकर जताई थी नाराजगी

बांगड़ को दो हफ्ते पहले ही अपने किस्मत का पता चल गया था। आखिरकार हुआ भी वही और एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय चयन समिति ने विक्रम राठौड़ को बैटिंग कोच के लिए टॉप दावेदार के रूप में चुना।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बांगड़ चयनकर्ताओं के इस फैसले से नाराज थे और उन्होंने वेस्टइंडीज में टीम इंडिया के साथ मौजूद एक चयनकर्ता संजय बांगड़ के कमरे में घुसकर अपनी नाराजगी जताई थी। इन दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी। 

इस रिपोर्ट के मुताबिक, एक सूत्र ने कहा, '(जब चयन समिति इंटरव्यू ले रही थी)... तो उन्होंने देर शाम देवांग का दरवाजा खटखटाया और चयन समिति को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंन चयनकर्ताओं को चेतावनी दी कि टीम उनके लिए खड़ी होगी और ये फैसला (उनको बदलने का) धराशायी हो जाएगा। इसकी जरूरत नहीं थी। सपोर्ट स्टाफ पर फैसला करना टीम का काम नहीं था। ये चयनकर्ताओं का फैसला था।'

इस रिपोर्ट के मुताबिक, बांगड़ ने कथित तौर पर गांधी से ये भी कहा कि अगर चयनकर्ता उन्हें बैटिंग कोच की भूमिका के लिए उपयुक्त नहीं समझते हैं तो उन्हें नेशनल क्रिकेट ऐकैडमी (एनसीए) में कोई पद दिया जाना चाहिए।

रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई बांगड़ के इस व्यवहार से खुश नहीं है और सीओए प्रमुख विनोद राय के नोटिस में ऐसी कई घटनाओं को लाया गया है।

नंबर 4 बल्लेबाज का हल न सुलझा पाना बना बांगड़ के गले की फांस!

चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही बांगड़ टीम इंडिया के लिए नंबर 4 पर एक उपयुक्त बल्लेबाज की तलाश न कर पाने की वजह से सबसे कम पसंदीदा उम्मीदवार थे। 

2015 वर्ल्ड कप के बाद से टीम मैनेजमेंट ने इस क्रम पर कई बल्लेबाजों को आजमाया। वर्ल्ड कप 2019 की शुरुआत में बैकअप ओपनर केएल राहुल को इस नंबर पर खिलाया गया, इसके बाद धवन के चोटिल होने पर राहुल ओपनिंग करने लगे और नंबर 4 पर विजय शंकर को उतारा गया। 

विजय शंकर के वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद चार मैचों में ऋषभ पंत ने नंबर 4 पर बैटिंग की।

रिपोर्ट के मुताबिक, टीम मैनेजमेंट सीनियर बल्लेबाज एमएस धोनी को नंबर 4 पर उतारना चाहती थी, लेकिन बांगड़ इस विचार से सहमत नहीं थे। 

टीम इंडिया से हटने के बाद बांगड़ के एक बार फिर से आईपीएल में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) से जुड़ने की संभावना है। वहीं नए बैटिंग कोच विक्रम राठौर के 15 सितंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली घरेलू सीरीज से पहले भारतीय टीम से जुड़ेंगे।  

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