Roar of the Lion: स्पॉट फिंक्सिंग पर पहली बार खुलकर बोले धोनी, CSK के बैन पर कहा- टीम ने कहां की गलती

Roar of the Lion: हॉटस्टार ने नया डॉक्यूड्रामा 'रोर ऑफ द लायंस' रिलीज किया है, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के स्पॉट फिक्सिंग में फंसने को लेकर खुलासा किया गया है।

By सुमित राय | Published: March 20, 2019 11:16 AM

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आईपीएल 2019 के शुरू होने से तीन दिन पहले बुधवार को हॉटस्टार ने नया डॉक्यूड्रामा 'रोर ऑफ द लायंस' रिलीज किया है, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स के स्पॉट फिक्सिंग में फंसने को लेकर खुलासा किया गया है। सीएसके के कप्तान धोनी पहली बार स्पॉट फिक्सिंग पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और बताया है मेरे लिए मैच फिक्सिंग व्यक्तिगत तौर पर सबसे बड़ा अपराध है।

'रोर ऑफ द लायंस' के पहले एपिसोड में धोनी ने स्पॉट फिक्सिंग पर बात करते हुए बताया है कि यह क्रिकेट करियर का यह सबसे खराब दौर था। उसके पहले मैंने क्रिकेट करियर में खराब दौर तक जब हम 2007 में आईसीसी वर्ल्ड कप में हारे थे, लेकिन यह 2013 से बहुत अलग था। 2007 में हमने अच्छा नहीं खेला था, लेकिन 2013 में हम स्पॉट फिक्सिंग और मैच फिक्सिंग की बात कर रहे थे।

इसके अलावा धोनी ने एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को लेकर भी खुलकर बात की है। धोनी ने मयप्पन के फिक्सिंग में शामिल होने के बारे में कहा, शुरुआत में जब गुरु का नाम आया था तो वो टीम का हिस्सा थे लेकिन किस रूप में ये विवाद का मुद्दा हो सकता है। क्या थे वो टीम प्रिंसिपल थे, टीम मोटीवेटर थे पता नहीं क्योंकि इस बारे में फ्रेंचाइजी की ओर से टीम को किसी ने कभी टीम के मालिक के रूप में उनका परिचय नहीं करवाया। हम सभी उन्हें श्रीनिवासन के दामाद के रूप में जानते थे।

धोनी ने फिक्सिंग में अपना नाम आने को लेकर भी 'रोर ऑफ द लायंस' में बताया है। कुछ बुकीज ने धोनी का भी नाम लिया था, इस पर उन्होंने कहा, 'मेरा भी नाम उछला था और मीडिया में ऐसा दिखाया जाने लगा कि मैं भी व्यक्तिगत रूप से उसमें शामिल था। 

उन्होंने कहा कि मैं फिक्सिंग में कभी शामिल नहीं हो सकता, क्योंकि आज मैं जो भी हूं और मुझे जो कुछ भी मिला है क्रिकेट के वजह से। व्यक्तिगत रूप में सबसे बड़ा अपराध जो मैं कर सकता हूं वो हत्या नहीं वास्तव में मैच फिक्सिंग होगा।

धोनी ने आगे कहा, स्पॉट फिक्सिंग कोई भी कर सकता है। यह अंपायर्स भी कर सकते हैं, बैट्समैन भी कर सकते हैं, बॉलर्स भी कर सकते हैं। लेकिन किसी मैच फिक्स करने के लिए मेजॉरिटी ऑफ प्लेयर्स चाहिए। यानि इसमें टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों को शामिल होना होगा।

चेन्नई सुपर किंग्स के बैन पर धोनी ने कहा कि इस घटना के बाद हमें मालूम था कि कड़ी सजा मिलेगी, लेकिन ये कितनी लंबी होगी इसका अंदाजा नहीं था। अंत में हमें पता चला कि सीएसके पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है उस समय मन में एक मिश्रित प्रतिक्रिया थी।

धोनी ने आगे कहा कि ऐसे में दिमाग में कई बार ऐसी चीजें भी आती हैं कि टीम ने कहां गलती की। ठीक है हमारी तरफ से गलत हुआ क्या उसमें टीम के सदस्य शामिल थे। हमने ऐसी कौन सी गलती कि जिसकी वजह से हमें इस सब से गुजरना पड़ा।

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