ऑस्ट्रेलिया में जारी टेस्ट सीरीज में विकेटकीपिंग के साथ-साथ बल्ले से जौहर दिखाने वाले ऋषभ पंत को बीसीसीआई के अगले सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिल सकती है। पंत मौजूदा स्थिति में टेस्ट में बतौर विकेटकीपर भारत के पहले विकल्प हैं। हालांकि, अभी साफ नहीं हुआ है कि पंत को किस कैटेगरी में जगह मिलेगी। बीसीसीआई की ओर से 2018-19 सीजन के लिए जारी केंद्रीय अनुबंध में चार कैटेगरी (A+, A, B और C) हैं।
मौजूदा नियमों के अनुसार कैटेगरी-ए में वे खिलाड़ी शामिल किये जाते हैं जो सभी फॉर्मेट खेलते हैं। इसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और शिखर धवन जैसे खिलाड़ी हैं। वहीं, कैटेगरी-ए में वे खिलाड़ी शामिल हैं जो केवल टेस्ट खेलते हैं। हालांकि, इस लिस्ट में एमएस धोनी एक अपवाद जरूर हैं। धोनी केवल टी20 और वनडे खेलते हैं।
कैटेगरी-बी में वे खिलाड़ी हैं जो नियमित रूप से सीमित ओवरों के मैच खेलते हैं लेकिन टेस्ट में उनकी जगह तय नहीं है। इस वर्ग में कुछ खिलाड़ी टेस्ट भी खेलते हैं। केवल टेस्ट खेलने वाले इशांत शर्मा भी इस लिस्ट में हैं। वहीं, कैटेगरी-सी में वैसे खिलाड़ी हैं जिनकी जगह टीम में फिलहाल तय नहीं है। ऋषभ पंत भी अभी युवा है और ऐसे में हो सकता है कि उन्हें इसी कैटेगरी में जगह दी जाए। नियमों के हिसाब से भी वैसे खिलाड़ी जो किसी कैटेगरी में नहीं है और टीम इंडिया के लिए खेलते हैं, उन्हें ग्रेड-सी की तरह पैसे दिये जाते हैं।
बताते चलें कि पंत को 2017-18 में अनुबंध में शामिल किया गया था लेकिन फिर अगले साल उन्हें इससे बाहर कर दिया गया। हालांकि, हाल के महीनों में रिद्धिमान साहा के चोटिल होने और टेस्ट में दिनेश कार्तिक के खराब फॉर्म के बाद पंत चयनकर्ताओं के लिए पहली पसंद बन कर उभरे हैं।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर रहे चेतेश्वर पुजारा को भी बीसीसीआई की ओर से ए-प्लस करार देने की अटकलें जारी हैं।