Highlightsसुदीप चटर्जी ने रणजी सेमीफाइनल में बंगाल के लिए दूसरी पारी में खेली 45 रन की शानदार पारीबंगाल ने कर्नाटक को 174 रन से हराते हुए 13 साल बाद बनाई फाइनल में जगह
बंगाल और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच के दौरान तीसरे दिन सुदीप चटर्जी का लक ने काफी साथ दिया। कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेले गए इस सेमीफाइनल मैच के चौथे दिन बंगाल ने कर्नाटक को 174 रन से हराते हुए 13 साल बाद सेमीफाइनल में जगह बना ली।
मैच के तीसरे दिन सोमवार को एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला, जब बंगाल के बल्लेबाज सुदीप चटर्जी का पैर स्टंप से तो टकराया और गिल्लियां गिर गईं, लेकिन वह फिर भी हिट विकेट आउट होने से बच गए।
सुदीप चटर्जी का पैर विकेट से टकराया, पर नहीं हुए आउट
ये घटना तीसरे दिन बंगाल की पारी के 30वें ओवर में रोनित मोरे की गेंद पर हुई, जब सुदीप चटर्जी गेंद को फाइन लेग की तरफ खेलने की कोशिश में क्रीज में काफी अंदर की तरफ चले गए।
इस कोशिश में चटर्जी का पिछला पैर विकेट से टकराया और गिल्लिया गिर गईं, लेकिन टीवी अंपायर ने रिप्ले देखने के बाद पाया कि गेंदबाज मोरे का पैर गेंद फेंकते समय क्रीज से बाहर था और ये गेंद नो बॉल करार दी गई, इस तरह सुदीप चटर्जी हिट विकेट आउट होने से बच गए।
हालांकि चटर्जी इस जीवनदान का फायदा उठाने में नाकाम रहे और इसी गेंदबाज के अगले ओवर में आउट हो गए। चटर्जी ने दूसरी पारी में बंगाल के लिए सर्वाधिक 45 रन की पारी खेली, जिनमें 8 चौके शामिल थे।
बंगाल ने पहली पारी में 190 रन की बढ़त लेने के बाद कर्नाटक से सामने जीत के लिए 352 रन का लक्ष्य रखा था और इसके जवाब में मैच के चौथे दिन कर्नाटक की टीम 177 रन पर सिमट गई।