न्यूजीलैंड में प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे रिद्धिमान साहा को इस टीम में मिली जगह, 9 मार्च को खेला जाएगा मुकाबला

विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 0-2 की हार के दौरान भारत की अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी।

By भाषा | Published: March 3, 2020 04:21 PM2020-03-03T16:21:35+5:302020-03-03T16:21:35+5:30

Ranji Trophy 2019-20: Wriddhiman Saha included in Bengal squad for Final Match | न्यूजीलैंड में प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे रिद्धिमान साहा को इस टीम में मिली जगह, 9 मार्च को खेला जाएगा मुकाबला

साहा बंगाल की ओर से पिछली बार रणजी के 2017-18 सत्र में खेले थे। (फाइल फोटो)

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Highlightsरिद्धिमान साहा को मंगलवार को बंगाल की रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल किया गया हैसाहा को सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है

भारत के टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को मंगलवार को बंगाल की रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल किया गया जो नौ मार्च से फाइनल खेलेगी। साहा को सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है जो रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं।

रिद्धिमान साहा बांग्लादेश के खिलाफ ईडन गार्डन में एतिहासिक दिन-रात्रि टेस्ट के दौरान दायें हाथ की अंगुली में लगी चोट से उबरे हैं। इस विकेटकीपर बल्लेबाज को हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 0-2 की हार के दौरान भारत की अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली।

साहा बंगाल की ओर से पिछली बार 2017-18 सत्र में खेले थे जब उन्होंने चार मैचों में 38.33 की औसत से रन बनाए थे। चयनकर्ताओं ने उभरते हुए बल्लेबाज सुदीप घरामी को भी टीम में जगह दी है। सेमीफाइनल में कर्नाटक को हराने वाली 16 सदस्यीय टीम में दो बदलाव करते हुए चोटिल कौशिक घोष और युवा गुलाम मुस्तफा को बाहर कर दिया गया है।

बता दें कि बंगाल की टीम ने कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेले गे रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में कर्नाटक को 174 रनों से मात दी थी। बंगाल की टीम 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। टीम 2006-07 में दीप दासगुप्ता की कप्तानी में आखिरी बार फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे मुंबई के हाथों 132 रन से हरा झेलनी पड़ी थी। यह टीम 1938-39 में पहली बार और 1989-90 सत्र में आखिरी बार रणजी चैंपियन बनी थी जो पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का प्रथम श्रेणी में पदार्पण सत्र था।

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