कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने मैच फिक्सिंग पर जस्टिस कय्यूम की रिपोर्ट का हवाला देते हुए वसीम अकरम और वकार यूनुस पर एक विस्फोटक टिप्पणी की। अकरम रिपोर्ट में एक प्रमुख व्यक्ति थे, उनपर जुर्माना लगाया गया और उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद वकार यूनुस पर जुर्माना भी लगाया गया था। हालांकि, बाद में दोनों ने पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी की।
मगर रमीज रजा ने कहा कि अगर यह उनके हाथ में होता, तो वे दोनों को हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर देते। समा टीवी से बात करते हुए रमीज ने कहा कि जब अकरम और यूनिस को सिस्टम में वापस लाया गया तो वह शक्तिहीन थे और उनके पास उनके साथ काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि किसी को (पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी का) मौका नहीं मिलना चाहिए था।"
उन्होंने ये भी कहा, "अगर उसमें वसीम अकरम का नाम है और सहयोग न करने के लिए उसकी निंदा की गई थी, है ना? यह एक सीमावर्ती मामला था। यदि मैं उस समय निर्णय लेने वाला होता, तो मैं उन पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगा देता। आप उन्हें सिस्टम में वापस लाए। मैं उस समय सत्ता में नहीं था। हमें उनके साथ खेलने और उनके साथ काम करने के लिए कहा गया था, और बस इतना ही।"
रजा ने कहा, "इससे कैसे निपटा जाए यह कोई नहीं जानता था। इतने लोग उसमें शामिल थे। पता नहीं क्या मजबूरी थी।" यह पूछे जाने पर कि क्या सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ की पाकिस्तान तिकड़ी पर भी उनका वही रुख है, जिन्हें 2010 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के बाद भी प्रतिबंधित कर दिया गया था, उन्होंने कहा, "जो भी दागी है, मैं उस पर जीरो टॉलरेंस रखता हूं।"
बता दें कि आरोपों के वर्षों बाद आमिर ने पाकिस्तान टीम में वापसी की थी और कई विश्व टूर्नामेंटों में पक्ष का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि, रमीज रजा के कार्यकाल में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को टीम से बाहर कर दिया गया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने कहा, "मैं बिल्कुल स्पष्ट हूँ। लोग कहते हैं कि उन्हें सजा मिल गई है, आगे बढ़ो। लेकिन मैंने ऐसी स्थितियों का अनुभव किया है।"