'सचिन से डर लगता था...', पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने बताया वसीम अकरम लंच ब्रेक के दौरान भी मास्टर-ब्लास्टर की बात करते थे

हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली बता रहे हैं कि 1990 के दशक में पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में तेंदुलकर को क्या जगह हासिल थी।

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: July 24, 2024 18:52 IST2024-07-24T18:50:42+5:302024-07-24T18:52:19+5:30

Sachin tendulkar se dar lagta tha Former Pakistani player told Wasim Akram talk about lunch break video | 'सचिन से डर लगता था...', पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने बताया वसीम अकरम लंच ब्रेक के दौरान भी मास्टर-ब्लास्टर की बात करते थे

सचिन के मुरीदों में भारत के सबसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हैं

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Highlightsदिग्गज सचिन तेंदुलकर ने अपने शानदार करियर में कई कीर्तिमान बनाए हैंसचिन ने जब तक क्रिकेट खेला तब तक विपक्षी टीमें उनको आउट करने के लिए विशेष योजना बनाती थींसचिन के मुरीदों में भारत के सबसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हैं

नई दिल्ली: महान भारतीय क्रिकेट दिग्गज  सचिन तेंदुलकर ने अपने शानदार करियर में इतने कीर्तिमान बनाए हैं जिनकी गिनती मुश्किल है। सचिन ने जब तक क्रिकेट खेला तब तक विपक्षी टीमें उनको आउट करने के लिए विशेष योजना बनाती थीं। सचिन के मुरीदों में भारत के सबसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हैं। 

1990 के दशक में भारतीय बल्लेबाजी टीम सचिन तेंदुलकर पर इतनी निर्भर होती थी कि उनका विकेट ही जीत और हार के बीच निर्णायक और अहम भूमिका निभाता था। विपक्षी टीमें ये मानकर चलती थीं कि पारी की शुरुआत करने आए सचिन को आउट कर लिया तो मैच आधा मुट्ठी में आ गया।

हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें  पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली बता रहे हैं कि 1990 के दशक में पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में तेंदुलकर को क्या जगह हासिल थी। बासित अली कहते हैं, "वह (तेंदुलकर) शीर्ष क्रम के बल्लेबाज थे और मैं मध्य क्रम का बल्लेबाज था। इसलिए हम उनकी बल्लेबाजी देखते थे। हमारी टीम की बैठकों में उस समय हमारे कप्तान वसीम अकरम हर जगह कहते थे, यहां तक ​​कि अभ्यास और भोजन के दौरान भी कि सचिन को आउट करो और हम मैच जीत जाएंगे। और जैसे ही सचिन आउट होते थे तो पाकिस्तान मैच जीत जाता था। भले ही टीम में अज़हरुद्दीन थे लेकिन  हम अज़हरुद्दीन से नहीं डरते थे, लेकिन सचिन तेंदुलकर से ज़रूर डरते थे।"

बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ 18 टेस्ट मैचों में सचिन तेंदुलकर ने 42.28 की औसत से 1057 रन बनाए। इसमें दो शतक और नाबाद 194 रन का उच्चतम स्कोर शामिल था। पाकिस्तान के खिलाफ 69 एकदिवसीय मैचों में सचिन तेंदुलकर ने 40.09 की औसत और 87.49 की स्ट्राइक रेट से 2526 रन बनाए। इसमें पांच शतक और 141 का उच्चतम स्कोर था। साल 2003 के वनडे विश्वकप मैच में सचिन ने सेंचुरियन में पाकिस्तान के खिलाफ जो 98 रन की पारी खेली थी उसे आज भी दोनों देशों में याद किया जाता था।

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