राहुल द्रविड़ को मिला था टीम इंडिया का हेड कोच बनने का ऑफर, इस वजह से कर दिया मना

विनोद राय ने खुलासा किया है कि पैनल ने क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद के लिए राहुल द्रविड़ से संपर्क किया था लेकिन...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: July 06, 2020 3:22 PM

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ठळक मुद्देराहुल द्रविड़ ने भारत के लिए साल 2012 में खेला था आखिरी मैच।अंडर-19 टीम को विश्व कप खिताब दिला चुके द्रविड़।सीनियर टीम का कोच बनने का मिला था ऑफर।

प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व अध्यक्ष विनोद राय ने खुलासा किया है कि राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनने का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया था। उस वक्त अनिल कुंबले का हेड कोच के रूप में कार्यकाल समाप्त हो चुका था।

स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में विनोद राय ने कहा, "राहुल ने हमारा साथ नहीं दिया था। राहुल ने मुझसे कहा- मेरे घर पर दो लड़के बड़े हो रहे हैं और मैं भारतीय टीम के साथ पूरी दुनिया की यात्रा कर रहा हूं। इस वजह से वह अपने बेटों पर ध्यान नहीं दे पा रहा हूं। मुझे घर पर भी रहना चाहिए और परिवार को वक्त देना चाहिए।"

राहुल द्रविड़ की कोचिंग में अंडर-19 टीम ने जीता खिताब

राहुल द्रविड़ भारत की अंडर-19 टीम को अपनी कोचिंग में विश्व कप खिताब दिला चुके हैं। उस टीम की कमान पृथ्वी शॉ के हाथों में थी, जिन्हें जल्द सीनियर टीम में भी खेलना का मौका मिला। 

राहुल द्रविड़ की कोचिंग में अंडर-19 टीम वर्ल्ड कप जीत चुकी है।

टेस्ट की लगातार 4 पारियों में शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने 2002 के इंग्लैंड दौरे में नॉटिंघम में 115, लीड्स में 148 और ओवल में 217 रन की पारियां खेली। इसके बाद जब वेस्टइंडीज की टीम तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये भारत दौरे पर आयी तो द्रविड़ ने मुंबई में खेले गये पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में रिटायर्ड हर्ट होने से पहले 100 रन बनाये और इस तरह से लगातार चार पारियों में शतक जड़ने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज बने।

द्रविड़ के पास 17 अक्टूबर से चेन्नई में शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच में वीक्स की बराबरी करने का मौका था लेकिन वह पहली पारी में केवल 11 रन बनाकर जर्मेन लॉसन की बेहतरीन इनस्विंगर पर बोल्ड हो गए थे। वह हालांकि 1948 के बाद अकेले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने लगातार चार पारियों में शतक लगाए। वह द्रविड़ ही थे, जो कि सर एवर्टन वीक्स के लगातार पांच पारियों में शतक जड़ने के कारनामे की बराबरी करने के करीब पहुंचे सके।

राहुल द्रविड़ ने टेस्ट में 36 शतक लगाए हैं।

राहुल द्रविड़ के प्रदर्शन पर एक नजर

राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट की 286 पारियों में 32 बार नाबाद रहते 13288 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 36 शतक, 63 अर्धशतक और 5 दोहरे शतक जड़े हैं। बात अगर 344 वनडे मैचों की करें, तो इसमें 40 बार नाबाद रहते हुए द्रविड़ ने 10889 रन बनाए। एकदिवसीय मैचों में राहुल 12 सेंचुरी और 83 फिफ्टी लगा चुके हैं। वहीं एकलौते टी20 मैच में उन्होंने 31 रन बनाए थे। द्रविड़ ने 89 आईपीएल मैचों में 5 बार नाबाद रहते हुए 11 अर्धशतक की मदद से 2174 रन बनाए।

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