Ind vs ENG: सौरव गांगुली ने फिर उठाए सवाल, कहा-'शास्त्री से मिलने के बाद द्रविड़ ने बैटिंग कोच पद ठुकरा दिया था'

Sourav Ganguly:पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के लिए रवि शास्त्री और संजय बांगड़ की कड़ी आलोचना की है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 5, 2018 05:55 PM2018-09-05T17:55:33+5:302018-09-05T17:55:33+5:30

Rahul Dravid did not become batting coach after meeting with Ravi Shastri, says Sourav Ganguly | Ind vs ENG: सौरव गांगुली ने फिर उठाए सवाल, कहा-'शास्त्री से मिलने के बाद द्रविड़ ने बैटिंग कोच पद ठुकरा दिया था'

रवि शास्त्री और सौरव गांगुली

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नई दिल्ली, 05 सितंबर: टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ साउथम्पटन में चौथा टेस्ट गंवाकर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज गंवाने के बाद से टीम इंडिया आलोचकों के निशाने पर है। इंग्लैंड चौथा टेस्ट जीतकर सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना चुका है। कोहली को छोड़कर टीम इंडिया के बाकी के बल्लेबाज सीरीज में फ्लॉप रहे हैं।

गांगुली ने टीम इंडिया की हार के बाद कोच रवि शास्त्री और बैटिंग कोच संजय बांगड़ की विदेशी धरती पर टीम की बल्लेबाजी की समस्याओं को दूर करने में असफलता पर सवाल उठाया था। अब उन्होंने कहा है कि वह चाहते थे कि राहुल द्रविड़ विदेशी दौरों के लिए भारतीय टीम के बैटिंग कोच बनें लेकिन ये योजना खटाई में पड़ गई।

पिछले साल सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की अगुवाई वाली क्रिकेट अडवायजरी कमिटी (सीएसी) ने रवि शास्त्री को अनिल कुंबले की जगह टीम का नया कोच चुनने के बाद विदेशी दौरों के लिए राहुल द्रविड़ को टीम का बैटिंग कोच और जहीर खान को गेंदबाजी कोच नियुक्त करने का फैसला किया था। लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) के हस्तक्षेप के बाद रवि शास्त्री की नियुक्ति पर मोहर लगी जबकि जहीर और द्रविड़ का नाम आगे नहीं बढ़ सका।

गांगुली ने इंडिया टीवी से कहा, 'राहुल द्रविड़ को बैटिंग कोच बनने के लिए कहा गया था और वह तैयार भी थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने रवि से बात की और मुझे नहीं पता कि उसके बाद क्या हुआ। सीओए ने भी कोच के चयन में कंफ्यूजन पैदा कर दिया था और हम इससे थक गए थे और इससे हट गए। इसलिए मेरे लिए ये कह पाना मुश्किल है कि राहुल द्रविड़ बैटिंग कोच क्यों नहीं बने। लेकिन अगर रवि शास्त्री को ये जिम्मेदारी विराट कोहली से सलाह के बाद दी गई है, तो उन्हें इसे पूरा करते हुए टीम में सुधार करना होगा।' 

रवि शास्त्री के कोच बनने के बाद सीओए प्रमुख विनोद राय ने स्पष्ट किया था कि सीएसी की नियुक्ति सिर्फ कोच नियुक्त करने के लिए हुई थी और उन्हें किसी और नियुक्ति की जानकारी नहीं है। इसके परिणामस्वरूप संजय बांगड़ बैटिंग और भरत अरुण गेंदबाजी कोच बने थे, जिन्हें रवि शास्त्री का समर्थन प्राप्त था।

गांगुली ने कहा, 'सीएसी एक देखरेख करने वाली इकाई थी और उसे जो लगा उसके मुताबिक अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया। उनका (कुंबले) करार सिर्फ एक साल का था इसलिए ये अनौपचारिक निकास नहीं था। हमने जहीर खान या राहुल द्रविड़ की नियुक्ति को लेकर कोई बयान नहीं दिया था। हमारा काम उस प्रक्रिया के तहत मुख्य कोच चुनना भर था।' 

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