प्रवीण कुमार ने 32 साल की उम्र में लिया क्रिकेट से संन्यास, अब इस क्षेत्र में बनाएंगे करियर

Praveen Kumar: भारत के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने 32 साल की उम्र में ही क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 20, 2018 1:07 PM

Open in App

भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार रहे प्रवीण कुमार ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान किया है। भारत के लिए 11 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद प्रवीण ने ये फैसला किया है। भारत के लिए आखिरी बार 2012 में खेलने वाले 32 वर्षीय प्रवीण ने कहा है कि वह सिर्फ ओएनजीसी के लिए कंपनी क्रिकेट खेलेंगे क्योंकि वह कोचिंग में अपना करियर बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। 

प्रवीण ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'मैंने क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। मैंने ये निर्णय जल्दबाजी में नहीं लिया है बल्कि इसके बारे में सोचा है और फिर मुझे अहसास हुआ कि ये उस खेल को अलविदा कहने का सही वक्त है जिसे मुझे इतना कुछ दिया है।' इस तेज गेंदबाज ने कहा, 'मैं अपने परिवार, बीसीसीआई, यूपीसीए, राजीव शुक्ला सर को मेरे सपने को पूरा करने का मौका देने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।'

मेरठ में जन्मे प्रवीण ने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। गेंद को स्विंग कराने की अपनी क्षमता के बावजूद वह भारत के लिए सिर्फ छह टेस्ट मैच खेल पाए जिसमें उन्होंने 25.81 की अच्छी औसत से 27 विकेट झटके। अपने करियर की बुलंदियों के दौरान भारतीय टीम की कई यादगार जीत का हिस्सा रहे। 2011 में उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम की 0-4 से करारी शिकस्त के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया था। 

भारत के लिए उनके ज्यादातर यादगार प्रदर्शन 50 ओवर के फॉर्मेट में आए। उन्होंने 2008 में सीबी सीरीज के दूसरे फाइनल में चार विकेट झटकते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पहली बार ट्रॉफी जिताने में मदद की थी। 

नई सफेद गेंद के साथ जल्द विकेट लेने की उनकी काबिलियल की वजह से उन्हें 2011 की वर्ल्ड कप टीम में चुना गया था, लेकिन डेंगू होने की वजह से उन्हें बाहर होना पड़ा था, इस वर्ल्ड कप को भारत ने जीता था। भारत के लिए प्रवीण का आखिरी मैच मार्च 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 मैच था।

प्रवीण ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश से की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए अपना रणजी डेब्यू 2005-06 में किया था, जिस साल यूपी ने ये खिताब जीता था। अपने पहले दो प्रथम श्रेणी सीजन में उन्होंने 90 विकेट झटके। 

इस प्रदर्शन के बाद उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मिला। लेकिन भारतीय टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश टीम के मेंटर और कप्तान की भूमिका निभाई। उन्होंने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच अक्टूबर 2017 में खेला था। उन्होंने अपने 66 प्रथम श्रेणी मैचों में 23.61 की औसत से 267 विकेट झटके। 

प्रवीण कुमार ने आईपीएल में भी अपना जलावा दिखाया और वह किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद, गुजरात लायंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले। उन्होंने 2010 में आरसीबी के लिए हैट-ट्रिक भी ली थी।

प्रवीण कुमार ने अपने इंटरनेशनल करियर में 6 टेस्ट में 27 विकेट, 68 वनडे में 77 विकेट और 10 टी20 इंटरनेशनल में 8 विकेट लिए।

टॅग्स :प्रवीण कुमारबीसीसीआई

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या