23 जून 2013 को एमएम धोनी की कप्तानी में टीम ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। इसके साथ ही धोनी आईसीसी के तीनों बड़े खिताब (टी20 वर्ल्ड कप, 50 ओवर वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बन गए थे।
टीम इंडिया ने जब 23 जून को एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में कदम रखा तो फैंस के बीच जबर्दस्त उत्साह था। लेकिन उस दिन बर्मिंघम में बारिश हो रही थी और मैच के लिए कोई रिजर्व डे नहीं था, इससे भारतीय फैंस के जेहन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल 2002 की यादें ताजा हो गईं, जब बारिश की वजह से कोई मैच संभव नहीं हो पाया था और भारत और श्रीलंका की टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया गया था।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराकर जीता थी चैंपियंस ट्रॉफी आखिरकार बारिश रुकी और 20-20 ओवरों का मैच हुआ। इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया।
फाइनल में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ किया था दमदार प्रदर्शन
उस पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन फाइनल में ये जोड़ी नहीं चली, हालांकि धवन ने 31 रन बनाए पर फिर भारतीय बैटिंग क्रम लड़खड़ा गया और 7 ओवर के बाद स्कोर 66/5 हो गया।
लेकिन अंत में विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने टीम इंडिया को संभाला। कोहली ने 34 गेंदों में 43 और रवींद्र जडेजा ने 25 गेंदों में 33 रन की पारी खेलते हुए भारत का स्कोर 129/7 तक पहुंचा दिया।
इसके बाद पूरी चैंपियंस ट्रॉफी में कमाल दिखाने वाले रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने अंग्रेज बल्लेबाजों का जीना मुहाल कर दिया और मेहमान टीम 9 ओवर में 46/4 का स्कोर ही बना सकी। लेकिन इसके बाद रवि बोपारा (30) और इयोन मोर्गन (33) ने 64 रन की साझेदारी करते हुए भारतीय खेमे में हलचल मचा दी।
धोनी ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में इशांत शर्मा को गेंद सौंप किया था कमाल
सबको चौंकाते हुए धोनी ने 18वें ओवर में गेंद इशांत शर्मा को सौंपी, जो तब तक उस मैच में काफी महंगे साबित हुए थे। धोनी का ये फैसला सही साबित हुआ और इशांत ने लगातार दो गेंदों में बोपारा और मोर्गन को आउट करते हुए मैच में भारत की वापसी करा दी।
आखिरी दो ओवरों में इंग्लैंड को जीत के लिए 19 रन की जरूरत थी और अश्विन और जडेजा ने बाखूबी अपनी भूमिका निभाई और इंग्लैंड की टीम जीत से 5 रन दूर रह गई और टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। फाइनल में दमदार प्रदर्शन के लिए रवींद्र जडेजा को मैन ऑफ मैच और शिखर धवन को मैन ऑफ सीरीज घोषित किया गया था।
इसके साथ ही धोनी तीनों आईसीसी टूर्नामेंट (2007 टी20 वर्ल्ड, 2011 वर्ल्ड कप, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने वाले और टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे।