आज ही के दिन 10 साल पहले मुरलीधन ने 800 टेस्ट विकेट पूरे कर रचा था इतिहास, जानिए आखिरी टेस्ट की दिलचस्प कहानी

Muttiah Muralitharan 800 test wicket: श्रीलंका के महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने 22 जुलाई 2010 को भारत के खिलाफ गॉल टेस्ट में 8 विकेट झटकते हुए पूरे किए थे 800 टेस्ट विकेट

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 22, 2020 1:13 PM

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ठळक मुद्देमुरलीधन ने 22 जुलाई 2010 को भारत के खिलाफ गॉल टेस्ट में पूरे किए थे अपने 800 टेस्ट विकेट मुरलीधरन ने ये उपलब्धि अपने 133वें टेस्ट में हासिल की थी, श्रीलंका को दिलाई थी 10 विकेट से जीता

आज ही के दिन (22 जुलाई, 2010) को महान श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने भारत के खिलाफ गॉल में अपने विदाई टेस्ट में 800 टेस्ट विकेट पूरे किए थे। 

मुरलीधरन ने ये उपलब्धि भारत के 11वें नंबर के बल्लेबाज प्रज्ञान ओझा को दूसरी पारी में स्लिप में कैच करवाते हुए हासिल की थी, इस तरह मुरलीधरन ने अपना 800वां टेस्ट विकेट लेते हुए श्रीलंका को जीत दिलाई थी।

मुरलीधरन ने श्रीलंका को भारत पर जीत दिलाते हुए पूरे किए थे 800 टेस्ट विकेट

अपना 133वें टेस्ट में मुरलीधरन ने ओझा को आउट कर न केवल 800 टेस्ट विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे बल्कि मैच में 191 रन देकर 8 विकेट झटकते हुए श्रीलंका को भारत पर 10 विकेट से शानदार जीत भी दिलाई थी। 

क्रिकेट इतिहास में कोई भी गेंदबाज मुरलीधरन के इस रिकॉर्ड के करीब नहीं पहुंच सका है। सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर शेन वॉर्न हैं, जिन्होंने 700 विकेट लिए हैं।

संगकारा ने सुनाई मुरलीधरन की आखिरी टेस्ट से पहले की दिलचस्प कहानी

ये महान श्रीलंकाई ऑफ स्पिनर भारत के खिलाफ गॉल टेस्ट शुरू होने पर 800 टेस्ट विकेट के जादुई आंकड़े से 8 विकेट दूर था। हाल ही में कुमार संगकारा ने खुलासा किया था कि श्रीलंका ने उन्हें अपने 800 विकेट के मील के पत्थर तक पहुंचने के लिए और टेस्ट खेलने का विकल्प दिया था, लेकिन मुरली इस बात पर अड़े थे कि वह केवल एक मैच में ही इस चुनौती को पूरा करेंगे।

संगकारा ने 'रेमनिस विद ऐश' के एक एपिसोड में रविचंद्रन अश्विन को बताया था, 'वह 800 टेस्ट विकेट से 8 विकेट दूर थे, जैसा कि हम सब जानते हैं कि ये अविश्वसनीय आंकड़ा है। उन्होंने कहा कि वह भारत के खिलाफ सीरीज से रिटायर होना चाहते हैं और मैं कप्तान था। मैं चयनकर्ताओं के साथ बैठा और कहा कि वह पहले टेस्ट के बाद रिटायर होना चाहते हैं। ये नहीं होने वाला है। हमें उन्हें 8 विकेट लेने और फिर रिटायर होने के लिए तैयार करना होगा। इसलिए हमने मुरली को एक बैठक में बुलाया।'

मुरलीधन ने पहले ही बता दिया था कि यही होगा उनका आखिरी टेस्ट

संगा ने कहा, 'मैंने कहा, मुरली, हम जानते हैं कि आपको चुनौतियां लेना पसंद है। लेकिन इसे ऐसे सोचिए, अगर आप इतने करीब आकर भी 800 विकेट नहीं ले पाते हैं तो ये बहुत दुखद होगा। इसलिए आप पहला टेस्ट खेल सकते हैं और उसके बाद अगर आपको बहुत थकान हो या चोट लगी हो तो आप दूसरे टेस्ट में न खेलकर तीसरे टेस्ट में वापस आ सकते हैं। या फिर आप दो टेस्ट न खेलकर अगली सीरीज में वापस आ सकते हैं।' संगा ने कहा, 'मुरली ने हमारी ओर देखा और कहा, आप जानते हैं? ये न तो मेरे और न ही आपके लिए काम करेगा। मैंने हमेशा चुनौतियां पसंद की हैं और अगर मुझे सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना जाता है, तो मुझे गॉल में किसी भी टीम के खिलाफ 8 विकेट लेने में सक्षम होना चाहिए।' 

संगा ने बताया, 'मुरली ने कहा कि अगर मैं 8 विकेट लेता हूं तो न केवल मेरे 800 विकेट पूरे होंगे, बल्कि हम टेस्ट मैच भी जीत जाएंगे। अगर मैं इसे नहीं हासिल कर सकता, तो मैं नहीं कर सकता। तो ये मेरा आखिरी टेस्ट मैच है। बहुत शुक्रिया, मैं आठ विकेट लूंगा।'

संगकारा ने कहा, 'मैं वहां बैठा था और सोच रहा था, ये इंसान इस तरह का चैंपियन है।'

मुरलीधरन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वाधिक 1347 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है, 800 टेस्ट के अलावा उन्होंने 534 वनडे और 13 टी20 विकेट भी झटके।

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