सचिन ने 26 साल पहले आज ही के दिन पहली बार की थी ओपनिंग, 49 गेंदों में 82 रन ठोकते हुए की थी क्रिकेट इतिहास बदलने की शुरुआत

Sachin Tendulkar: महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 27 मार्च 1994 को भारत के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे में पहली बार ओपनिंग करते हुए 49 गेंदों में 82 रन ठोक डाले थे

By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 27, 2020 4:49 PM

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ठळक मुद्देसचिन ने 463 वनडे में 49 शतक जड़ते हुए बनाए 18 हजार से ज्यादा रनसचिन ने 27 मार्च 1994 को की थी भारत के लिए पहली बार वनडे में ओपनिंग

आज ही के दिन 1994 में, क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज ने एक महान पारी से अपनी ऐतिहासिक दौड़ शुरू की थी। इस मैच से पहले क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इससे पहले भारत के लिए पांचवें या छठे नंबर पर बैटिंग किया करते थे। 

लेकिन 27 मार्च 1994 को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैच में तब के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन द्वारा उन्हें ओपनिंग के लिए भेजने के फैसले ने क्रिकेट इतिहास का रुख ही मोड़ दिया।

100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर ने इस पारी से पहले 5 साल अपने लंबे करियर में वनडे में एक भी शतक नहीं लगाया था। 

सचिन ने पहली बार ओपनिंग करते हुए ठोक डाले थे 49 गेंदों में 82 रन 

सचिन ने 27 मार्च 1994 को न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे में पहली बार ओपनिंग करते हुए महज 49 गेंदों में 82 रन ठोक डाले थे और इससे एक सुनहरे दौर की शुरुआत हुई थी, जो 2013 में उनके संन्यास तक बदस्तूर जारी रही। सचिन ने अपनी तूफानी पारी में 15 चौके और दो छक्के जड़े थे।

बीसीसीआई ने सचिन की उस महान पारी को याद करते हुए कहा, 'आज ही के दिन 1994 में कुछ विशेष शुरू हुआ था। सचिन ने ऑकलैंड में वनडे में पहली बार ओपनिंग (49 गेंदों में 82 रन) की थी और एक सुनहरे दौर की शुरुआत की थी।'

अजहरुद्दीन ने इसलिए कराई थी सचिन से ओपनिंग

भारत के नियमित ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू गर्दन में अकड़न की वजह से बाहर थे और अजहरुद्दीन ने सचिन को ऊपर भेजने का फैसला किया अजहर ने कहा, 'मैं उन्हें ओपनिंग करने के लिए कहने की सोच रहा था। वह 30, 40, 50 और 60 के स्कोर बना रहे थे, जो निचले क्रम में बैटिंग करने वाले के लिए पर्याप्त था। लेकिन मुझे लगा कि हम इतने आक्रामक बल्लेबाज को निचले क्रम में जाया कर रहे हैं। मेरे हिसाब से वह टीम में नंबर एक बल्लेबाज थे। इसलिए मैंने उनसे ओपनिंग कराई।

इस एक कदम ने वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी क्रांति की शुरुआत की। सचिन ने वनडे क्रिकेट में 463 मैचों में 49 शतकों की मदद से 184426 रन बनाते हुए खुद को दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक साबित कर दिया।

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