ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी की घातक गेंदबाजी की बदौलत न्यूजीलैंड ने क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को 104 रनों पर ऑल आउट कर दिया। श्रीलंका के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज टीम साउदी की घातक गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाए और 51 रनों पर चार विकेट गंवा दिए।
इसके बाद एंजलो मैथ्यूज और रोशन सिल्वा ने पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 94 तक पहुंचाया, लेकिन इसके बाद ट्रेंट बोल्ट ने सिल्वा को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
ट्रेंट बोल्ट ने इसके बाद श्रीलंका के किसी भी बल्लेबाज को टिकने का मौका नहीं दिया और 15 गेंदों में छह विकेट अपने नाम कर लिया। ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आखिरी चार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए। बोल्ट के अगर आखिरी 15 गेंदो पर नजर डालें तो वो ऐसा था। W 4 0 W 0 0 0 W W 0 W 0 0 0 W
बोल्ट ने रोशन सिल्वा (21) और निरोशन डिक्वेला (4) को अपना शिकार बनाया। इसके बाद बोल्ट ने दिलरूवान परेरा, सुरंगा लकमल, दुश्मंता चामीरा और लाहिरू कुमारा को पवेलियन भेजा, जो खाता भी नहीं खोल पाए।
178 पर सिमट गई थी न्यूजीलैंड की टीम
इससे पहले सुरंगा लखमल की आक्रामक गेंदबाजी के कारण बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन न्यूजीलैंड की पूरी टीम 178 रनों पर सिमट गई थी। लकमल ने 54 रन देकर पांच विकेट लिए। लाहिरू कुमारा ने 49 रन देकर तीन विकेट और परेरा ने 13 रन देकर एक विकेट लिया। टीम के सात बल्लेबाज तो 10 रन से उपर तक भी नहीं पहुंच पाए। टेलर ने 27 रन की पारी खेली। इसके अलावा वटलिंग ने 46 और साउदी ने 68 रनों का योगदान दिया।
टेस्ट क्रिकेट में चौथी बार बना ये रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में यह चौथा मौका है जब किसी टीम के नंबर 8,9,10 और 11 के बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके। सबसे पहले 1994 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐसा हुआ था, जबकि 2005 में लॉर्ड्स में एक बार फिर यही टीमें आमने-सामने थीं। तीसरी बार साल 2013 वेलिंगटन टेस्ट में न्यूजीलैंड और विंडीज की टीम के बीच ऐसा हुआ था।