Highlightsसूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टी20 टीम इंग्लैंड के खिलाफ मौका नहीं दिया। फाइनल हारने के बाद टखने की चोट के कारण राष्ट्रीय टीम से बाहर होना पड़ा था।वानखेड़े स्टेडियम पर न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में 57 रन देकर सात विकेट चटकाये थे।
Mohammed Shami IND vs ENG Live Score: भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बुधवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 श्रृंखला के पहले मैच में टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। चोट के बाद वापसी करने वाले मोहम्मद शमी को अभी इंतजार करना होगा, उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया। भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खुलासा किया है कि चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद जब उन्होंने रिहैबिलिटेशन शुरू किया तो वह डर की भावना से घिर गए थे, लेकिन राष्ट्रीय टीम में वापसी करने की दृढ़ इच्छाशक्ति से वह उस चरण से उबरने में कामयाब रहे। शमी को नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय विश्व कप फाइनल हारने के बाद टखने की चोट के कारण राष्ट्रीय टीम से बाहर होना पड़ा था।
शमी वनडे विश्व कप 2023 में चार मैचों से बाहर रहने के बावजूद भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे जिन्होंने 24 विकेट लिये थे। उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम पर न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में 57 रन देकर सात विकेट चटकाये थे। वह टी20 क्रिकेट में कुल 24 विकेट ले चुके हैं और इसमें अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे।
उन्हें इसकी सर्जरी करानी पड़ी। इसके बाद जब वह राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के करीब थे तभी उनके बाएं घुटने में सूजन आ गई थी। इस तेज गेंदबाज को अब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैच की टी20 श्रृंखला के लिए भी टीम में शामिल हैं।
शमी ने बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, ‘‘मैंने पूरे एक साल तक इंतजार किया और (पूरी फिटनेस हासिल करने के लिए) बहुत मेहनत की। रिहैबिलिटेशन के दौरान दौड़ते समय भी चोटिल होने का डर था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी खिलाड़ी के लिए जब वह टीम में वापसी करने के करीब हो तब चोटिल होना बहुत मुश्किल पैदा करता है।
चोटिल होने पर फिर आपको रिहैबिलिटेशन के लिए एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) जाना पड़ता है और फिर वापसी करनी होती है।’’ शमी ने हालांकि कहा कि चोट लगने के बाद कोई भी खिलाड़ी अधिक मजबूत बन जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप चोटिल हो जाते हैं तो मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी के रूप में आप अधिक मजबूत बन जाते हैं क्योंकि मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए आपको कई चीजें दोहरानी पड़ती हैं।’’ शमी ने कहा कि वह असफलताओं से उबर चुके हैं और आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जो हो गया, हो गया। मैं उस (चोट के) चरण से आगे निकल चुका हूं। यदि आप कड़ी मेहनत करते हैं तो आपको परिणाम मिलेंगे। मैं इसी में विश्वास करता हूं। यदि आप चोटिल हो जाते हैं तो आपको राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति रखनी होगी। इसलिए (परिस्थितियों से) लड़ो और आगे बढ़ो।’’
शमी ने बंगाल के लिये रणजी ट्रॉफी में वापसी की और सात विकेट लेकर सत्र की पहली जीत दिलाई । इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 11 और विजय हजारे ट्रॉफी में पांच विकेट लिये। शमी ने टी20 कैरियर में 2014 में पदार्पण के बाद से सिर्फ 23 मैच खेले हैं। उन्होंने आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ 2022 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल खेला था।