सचिन तेंदुलकर की 20 साल पुरानी वो तूफानी पारी, मोहम्मद कैफ ने ऐसे किया याद

ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में सात विकेट पर 284 रन बनाए। इसके बाद सचिन ने जो पारी खेली, उसने सभी को हैरान कर दिया।

By विनीत कुमार | Published: April 22, 2018 5:23 PM

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नई दिल्ली, 22 अप्रैल: सचिन तेंदुलकर अब भले ही क्रिकेट के मैदान से दूर हैं लेकिन उनकी पारियां और बनाए गए रिकॉर्ड अब भी किसी न किसी बहाने चर्चा में आ ही जाते हैं। 20 साल पहले खेली गई सचिन की ऐसी ही पारी एक बार फिर चर्चा में है। सचिन ने तब 22 अप्रैल, 1998 को शारजाह में खेली गई तीन देशों की वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दुनिया को अपनी बेहतरीन और आक्रामक बैटिंग का एक नमूना दिखाया था।

मोहम्मद कैफ ने उस पारी को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'उस रेगिस्तानी तूफान और दिल की धड़कन बढ़ा देने वाले रन चेज के 20 साल बीत चुके हैं। सचिन पाजी आपने एक पूरी पीढ़ी को ऐसी रात दी जिसे वह कभी नहीं भूल सकता। किसी भी क्रिकेट फैन के लिए सबसे शानदार रातों में से एक। शुक्रिया पाजी।'

ऐसी थी सचिन की वो लाजवाब पारी

सचिन ने उस कोका-कोला कप में अपनी बैटिंग से पूरी दुनिया का दिल जीत लिया था। उस सीरीज में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने हिस्सा लिया था। फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें पहुंची थी। (और पढ़ें- IPL 2018: पंजाब से हार के बाद कार्तिक ने डकवर्थ लुईस नियम पर जताई नाराजगी, दी ये सलाह)

सचिन के दम पर फाइनल में पहुंचा भारत

ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में सात विकेट पर 284 रन बनाए। इसके बाद सचिन ने शेन वॉर्न, डेमन फ्लेमिंग और माइकल कैस्प्रोविज जैसे गेंदबाजों के सामने 143 रनों की बेहतरीन पारी खेलते हुए भारत को जीत दिलाई। उस समय शारजाह में करीब 41 डिग्री तामपान था और खिलाड़ियों के लिए खेलना मुश्किल साबित हो रहा था। इसके बावजूद सचिन ने वह 'डेजर्ट स्टॉर्म' (रेगिस्तानी तूफान) पारी खेली।

सचिन की उस पारी को क्यों कहते हैं 'डेजर्ट स्टॉर्म'

दरअसल, रेगिस्तानी तूफान के कारण उस मैच को बीच में रोकना पड़ा था। तूफान के कारण करीब 25 मिनट तक खेल नहीं हो सका और जब मुकाबला दोबारा शुरू हुआ तो भारत को 46 ओवर में 277 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला। (और पढ़ें- IPL 2018: महिला फैन ने लाइव मैच के दौरान किया धोनी को प्रपोज, ICC ने ट्वीट की तस्वीर)

तेंदुलकर ने हालांकि, अपने बैटिंग के तूफान से भारत को फाइनल में पहुंचा दिया। सचिन ने उस मैच में 131 गेंदों की पारी में 9 चौके और पांच छक्के लगाए। तेंदुलकर की लाजवाब पारी के बावजूद भारत 26 रनों से वह मैच हार गया लेकिन रन रेट के हिसाब से न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ने और फाइनल के लिए क्वॉलीफाई करने के लिए उसने जरूरी 237 रन बना लिए। 

इसके बाद फाइनल में भी सचिन ने 134 रनों की शानदार पारी खेली और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब जीत लिया। दिलचस्प ये है कि फाइनल 24 अप्रैल को खेला गया था और वो सचिन का 25वां बर्थडे था। (और पढ़ें- इशांत शर्मा ने काउंटी क्रिकेट में फिर किया कमाल, लिखा नया इतिहास)

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