नई दिल्ली, 2 अप्रैल: दुनिया के सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के इतिहास में मंगलवार (3 अप्रैल) को एक और नया आयाम जुड़ जाएगा, जब वह ई-ऑक्शन (ई-नीलामी नीलामी) के जरिए अपने टीवी और डिजिटल प्रसारण अधिकार बेचेगी। इससे बीसीसीआई को खासा फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है। ये राइट्स 2018 से 2023 के बीच भारत में होने वाले घरेलू और इंटरनेशनल मैचों के लिए होंगे।
पूरी दुनिया में खेल के क्षेत्र में यह पहली बार है जब मीडिया राइट्स ऑनलाइन ऑक्शन से जरिए बेचे जाएंगे। इसका फैसला पिछले दिनों बीसीसीआई की प्रशासकीय समिति (सीओए) ने लिया था।
दिलचस्प बात ये है कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों में से एक सिफारिश मीडिया राइट्स के ई ऑक्शन की भी थी। अब से पहले तक बीसीसीआई गुप्त नीलामी (क्लोज्ड-बिड ऑक्शन) के जरिए ही मीडिया अधिकार बेचती रही है। आईए, बताते हैं कि क्या होता है ई-ऑक्शन, क्या है तरीका और इसे कैसे अंजाम दिया जाएगा।
क्या होता है ई ऑक्शन और कितने बजे होगा शुरू
यह ऑक्शन दरअसल एक ऑनलाइन पोर्टल की मदद से किया जाएगा। इसमें सभी दावेदार बोली लगाते जाएंगे। सबसे ज्यादा बोली लगाने वाला दावेदार मीडिया राइट्स खरीदने में सफल होगा।
इसमें हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर की छह बड़ी कंपनियों ने बीडिंग डॉक्यूमेंट्स खरीदे हैं। ये दावेदार हैं- स्टार इंडिया, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया, फेसबुक, गूगल, रिलायंस जियो और यप टीवी। 3 अप्रैल (मंगलवार) को इन सभी कंपनियों की तकनीकी और वित्तीय स्थिति की जानकारी मिले दस्तावेज के आधार पर जांच करने के बाद बोली लगाने की प्रक्रिया दोपहर दो बजे शुरू होगी। सभी कंपनियों को अपनी दावेदारी मंगलवार को सुबह 10 बजे तक पेश करनी है। इसके बाद 2 बजे से ऑक्शन की प्रक्रिया शुरू होगी। (और पढ़ें- IPL में भी अब यो-यो टेस्ट, खिलड़ियों की बढ़ सकती है मुश्किल)
तीन कैटेगरी के लिए होगा ऑक्शन
ये ऑक्शन तीन वर्गों- वैश्विक टीवी अधिकार और शेष विश्व डिजिटल अधिकार पैकेज, भारतीय-उपमहाद्वीप डिजिटल अधिकार पैकेज और वैश्विक संयुक्त अधिकार पैकेज के लिए होगा।
बीसीसीआई ने रखा है ये रिजर्व प्राइस
बीसीसीआई ने इस ऑक्शन में पहले साल के लिए हर मैच के 43 करोड़ रुपये रखे हैं। इसमें टीवी के लिए 35 करोड़ और डिजिटल राइट्स के लिए 8 करोड़ बेस प्राइस रखे गए हैं। वहीं, दूसरे से पांचवें साल तक टीवी के लिए प्रतिमैच 40 करोड़ जबकि डिजिटल के लिए 7 करोड़ रुपये रिजर्व प्राइस के तौर पर बीसीसीआई ने रखे हैं। (और पढ़ें- IPL ओपनिंग सेरेमनी में परफॉर्म नहीं करेंगे रणवीर सिंह, सामने आई ये बड़ी वजह)
साथ ही अगर ऑक्शन आगे बढ़ता है तो बोली लगाने वाले को पिछली बोली से 25 करोड़ ज्यादा की बोली लगानी होगी। अगर बोली लगाने वाली कंपनी केवल टीवी राइट्स में रूची दिखा रही है तो उसे अगली बोली में 20 करोड़ रुपये की रकम बढ़कर बोली लगानी होगी। ऐसे ही डिजिटल में हर बोली में 5 करोड़ कम से कम बढ़ते जाएंगे।
बीसीसीआई को कितने करोड़ का होगा फायदा
अगर बीसीसीआई के रिजर्व प्राइस को आधार माने तो अगले पांच साल में करीब 102 मैच इंटरनेशनल खेले जाने हैं। भारत को इस दौरान 22 टेस्ट, 45 वनडे और 35 टी20 मैचों की मेजबानी करनी है। ऐसे में केवल रिजर्व प्राइस के आधार पर बीसीसीआई के खाते में करीब 4134 करोड़ रुपये आएंगे। भारत को 22 टेस्ट, 45 वनडे और 35 टी20 मैचों की मेजबानी करनी है।
ऐसे होगा मीडिया राइट्स के लिए ई-ऑक्शन
इस ऑक्शन के दौरान सभी प्रतिभागी यह लगातार ऑनलाइन देख सकेंगे कि बोली कहां पहुंची हालांकि, वे यह नहीं जान पाएंगे कि फलां बोली किस कंपनी ने लगाई। माना जा रहा कि यह एक घंटे या फिर जरूरत पड़ी तो अगले दिन (4 अप्रैल) तक भी चल सकती है। (और पढ़ें- IPL 2018: स्मिथ की जगह राजस्थान टीम से खेलेगा ये बल्लेबाज, भारत के खिलाफ किया था डेब्यू)