रिहैब के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी नहीं जाएंगे बुमराह-हार्दिक, जानें क्या हैं इसके पीछे का कारण

हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह ने रीहैब के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी जाने से मना कर दिया है।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 14, 2019 04:36 PM2019-12-14T16:36:13+5:302019-12-14T16:36:13+5:30

Jasprit Bumrah and Hardik Pandya had refused to go to NCA | रिहैब के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी नहीं जाएंगे बुमराह-हार्दिक, जानें क्या हैं इसके पीछे का कारण

रिहैब के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी नहीं जाएंगे बुमराह-हार्दिक

googleNewsNext
Highlightsभुवनेश्वर के चोटिल होने के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी पर एक बार फिर सवाल उठने लगा है।हार्दिक और बुमराह ने एनसीए में रीहैब के लिए जाने से मना कर दिया है।

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के रीहैब पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं और भुवनेश्वर कुमार के चोटिल होने के बाद एक बार फिर सवाल उठने लगा है। क्योंकि एनसीए ने भुवनेश्वर को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन वह एक बार फिर मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं।

अब खबर है कि भुवी की चोट सामने आने के बाद हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह ने एनसीए में रीहैब के लिए जाने से मना कर दिया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रोटोकॉल के मुताबिक अनुबंधित खिलाड़ियों को रीहैब के लिए एनसीए जाना पड़ता है लेकिन पांड्या और बुमराह ने साफ कर दिया है कि वह बेंगलुरु नहीं जाएंगे।

आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह दोनों ने टीम मैनेजमेंट से साफ कह दिया है कि वह रीहैब के लिए अकादमी नहीं जाएंगे और इसलिए योगेश परमार पंड्या पर नजर बनाए हुए हैं, जबकि नितिन पटेल ने बुमराह पर कड़ी नजर रखी है।'

अधिकारी ने कहा, 'हां, यह लोग अनुबंधित खिलाड़ी हैं और उन्हें एनसीए में होना चाहिए था, लेकिन जोखिम ज्यादा है और खिलाड़ी चोटों को लेकर गंभीर हैं। इसलिए एक समय के बाद आपको खिलाड़ियों को आजादी देनी होती है कि वह अपने हित को लेकर फैसले ले सकें।'

उन्होंने कहा, 'अच्छी बात यह है कि भुवनेश्वर ने टीम प्रबंधन को जल्दी बता दिया कि उन्हें परेशानी हो रही है और नितिन तथा सपोर्ट स्टाफ ने भी उस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। हमने प्रोटोकॉल का पालन किया था और उन्हें तभी टीम में लाया गया था जब उन्हें फिट घोषित कर दिया गया था।'

Open in app