पालघर में साधुओं की हत्या पर फूटा इरफान पठान का गुस्सा, बताया 'बर्बर और शर्मनाक'

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने कहा है कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: April 20, 2020 8:35 AM

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ठळक मुद्देपालघर जिले में जूना अखाड़े के दो साधुओं की निर्मम हत्या।मॉब लिंचिंग पर इरफान पठान का फूटा गुस्सा।

महाराष्ट्र के पालघर जिले में चोर होने के संदेह में तीन लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर देने के मामले में राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। इन मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी थे।

पुलिस ने हत्या में संलिप्त 101 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस निर्मम हत्या की सभी जमकर निंदा कर रहे हैं। वहीं टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज इरफान पठान ने भी मामले पर दुख व्यक्त किया है।

इरफान ने ट्वीट किया, 'पालघर मॉब लिंचिंग की तस्वीरें देखकर बेहद दुख हुआ... काफी भयानक और बर्बर... शर्मनाक'

बता दें कि यह घटना उस समय हुई, जब बृहस्पतिवार रात तीन व्यक्ति मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। 

मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने कहा कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार को जांच का आदेश दिए जाने की जानकारी देते हुए इस घटना को कोई सांप्रदायिक रंग नहीं देने की भी चेतावनी दी है।

वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने घटना की कड़ी निंदा की है। साथ ही, सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन के दौरान यदि कोई संत- महात्मा ब्रह्मलीन होता है तो उसकी समाधि में न जाएं। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि ये संत महात्मा, एक संत की समाधि में शामिल होने जा रहे थे और उन्हें जाना भी चाहिए, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि लॉकडाउन में इसके लिए उन्हें प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी चाहिए थी।

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