IPL 2018 Final: वॉटसन ने अकेले दम पर हैदराबाद को हराया, चेन्नई तीसरी बार बनी आईपीएल चैम्पियन

चेन्नई का यह तीसरा आईपीएल खिताब है। इससे पहले टीम धोनी की कप्तानी में 2010 और 2011 में खिताब अपने नाम कर चुकी है।

By सुमित राय | Published: May 28, 2018 12:27 AM2018-05-28T00:27:48+5:302018-05-28T10:25:01+5:30

IPL 2018 Final: CSK beat Sunrisers Hyderabad by 8 wickets to win third IPL title | IPL 2018 Final: वॉटसन ने अकेले दम पर हैदराबाद को हराया, चेन्नई तीसरी बार बनी आईपीएल चैम्पियन

IPL 2018 Final: CSK beat Sunrisers Hyderabad by 8 wickets to win third IPL title

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शेन वॉटसन (57 गेंदों में नाबाद 117 रन) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर आईपीएल 2018 का खिताब अपने नाम कर लिया। हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 178 रनों का मजबूत स्कोर बनाया था। हैदराबाद के गेंदबाजों ने इस सीजन में जिस तरह का प्रदर्शन किया था उसे देखकर लग रहा था कि चेन्नई के लिए यह जीत बेहद मुश्किल होगी, लेकिन वॉटसन ने एक छोर पर अकेले खड़े होकर हैदराबाद के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और चेन्नई को 18.3 ओवरों में ही 2 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

चेन्नई ने की मुंबई की बराबरी

चेन्नई सुपर किंग्स का यह तीसरा आईपीएल खिताब है। इससे पहले चेन्नई की टीम धोनी की कप्तानी में साल 2010 और 2011 में खिताब अपने नाम कर चुकी है। इसी के साथ वह सबसे ज्यादा आईपीएल खिताब जीतने के मामले में मुंबई इंडियंस के बराबर पहुंच गई है। दोनों टीमों के नाम सबसे ज्यादा तीन-तीन खिताब हैं, वहीं कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की है। इसके अलावा सनराइजर्स हैदराबाद, डेक्कन चार्जर्स और राजस्थान रॉयल्स की टीमें एक-एक बार खिताब अपने नाम कर चुकी हैं।

सबसे सफल टीमों में से एक है चेन्नई

भले ही सबसे ज्यादा आईपीएल खिताब जीतने के मामले में मुंबई की टीम चेन्नई के बराबर है, लेकिन सफलता के मामले में धोनी की टीम उससे कहीं आगे है। यह चेन्नई का सातवां आईपीएल फाइनल था और उसके कप्तान धोनी का आठवां। चेन्नई का नाम आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में गिना जाता है क्योंकि उसने नौ सीजन खेले हैं और सभी बार प्लेऑफ में जगह बनाई।

179 के लक्ष्य को आसानी से किया हासिल

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने 179 रनों के लक्ष्य को 2 विकेट गंवाकर 9 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की शुरुआत धीमी रही और भुवनेश्वर कुमार ने पहला ओवर मेडन डालकर चेन्नई को मुश्किल में डाल दिया। बढ़ते रन रेट के दबाव में फाफ डु प्लेसिस सिर्फ 10 रन बनाकर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में संदीप की गेंद पर उन्हीं के द्वारा लपके गए। हालांकि वॉटसन ने हैदराबाद को मैच में हावी नहीं होने दिया और सुरेश रैना के साथ मिलकर तेजी से रन बटोरने की कोशिश की।

वॉटसन और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 117 रनों की साझेदारी की, लेकिन उन्हें पता था कि राशिद खान परेशानी खड़ी कर सकते हैं इसिलए उन पर वार नहीं किया। राशिद के कुल तीन ओवरों ने इन दोनों खिलाड़ियों ने सिर्फ 12 रन लिए। रैना को कार्लोस ब्रैथेवट ने 14वें ओवर की तीसरी गेंद पर 133 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा। रैना ने 24 गेंदों में तीन चौोके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाए। वाटसन ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर एक रन लेकर इस सीजन में अपना दूसरा शतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 51 गेंदें खेली। वाटसन के साथ अंबाता रायुडू 19 गेंदों में एक चौका और एक छक्का मार लौटे। उन्होंने चौक मार चेन्नई को विजेता बनाया।


इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद की शुरुआत खराब रही और टीम को दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर पहला झटका लगा। श्रीवत्स गोस्वामी (5) गलतफहमी के चलते 13 के कुल स्कोर पर रन आउट हो गए। इसके बाद शिखर धवन (26) और केन विलियमसन (47) की जोड़ी ने टीम को संभाला और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की।

इसके बाद धोनी ने गेंद रवींद्र जडेजा को थमाई जिन्होंने 64 के कुल स्कोर पर धवन को बोल्ड कर दिया। अर्धशतक की ओर बढ़ रहे विलियमसन का विकेट 101 के कुल स्कोर पर गिरा। उनकी कोशिश कर्ण शर्मा की लेग स्पिन पर आगे बढ़कर शॉट मारने की जिसमें वो चूक गए और धोनी ने उन्हें स्टम्प किया। शाकिब अच्छी लय में थे। वह 14 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 23 रन बना चुके थे, लेकिन अपनी पारी की 15वीं गेंद पर वह सुरेश रैना के हाथों लपके गए। दीपक हुड्डा (3) 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर 144 के कुल स्कोर पर लपके गए। यहां से ब्रैथवेट और पठान ने मोर्चा संभाला। 

हैदराबाद के लिए अंत में ब्रैथवेट ने 10 गेंदों में तीन छक्कों की मदद से 21 रन बनाए। वहीं युसूफ पठान का बल्ला इस मैच में चल पड़ा और वह 25 गेंदों में चार चौके और दो छक्कों की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद लौटे। इन दोनों ने आखिरी के तीन ओवरों में 34 रन जोड़ अपनी टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया। ब्रैथवेट पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए।

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