हैप्पी बर्थडे: वर्ल्ड कप-1983 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला बॉलर, जिसने क्वॉर्टर फाइनल में झटके थे 4 विकेट

बिन्नी साल-2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के कोच थे। उस वर्ल्ड कप से मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह जैसे स्टार खिलाड़ी उभरे।

By विनीत कुमार | Published: July 19, 2018 7:45 AM

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नई दिल्ली, 19 जुलाई: भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरो में से एक और 1983 के वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले रोजर बिन्नी का आज जन्मदिन है। 19 जुलाई 1955 को जन्में रोजन बिन्नी पहले एंग्लो-इंडियन थे जिन्हें भारत के लिए टेस्ट खेलने का मौका मिला। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1979 में बेंगलुरु में अपने इंटरनेशनल टेस्ट करियर का डेब्यू किया। रोजर के बेटे स्टुअर्ट बिन्नी भी क्रिकेटर हैं लेकिन टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। 

स्टुअर्ट ने अब तक भारत के लिए केवल 6 टेस्ट और 14 वनडे खेले हैं। साथ ही उन्होंने 3 इंटरनेशनल टी20 मैच भी खेले हैं। बहरहाल, हम आपको बताने जा रहे हैं स्टुअर्ट के पिता रोजर बिन्नी से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें।

1. शुरू से था खेल से लगाव: रोजर की दिलचस्पी शुरू से खेलों में थी। एक समय उनके नाम लड़कों के जेवलिन थ्रो की प्रतिस्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्ड था। वहीं, बचपन में फुटबॉल और हॉकी में भी उन्होंने अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व किया।

2. वर्ल्ड कप-1983 में दमदार प्रदर्शन: भारत को 1983 का वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका रोजर बिन्नी की भी रही। बिन्नी भले ही बैट से ज्यादा कमाल नहीं कर सके लेकिन गेंदबाजी से धमाल किया। वह उस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। बिन्नी ने 1983 के वर्ल्ड कप में 8 मैचों में 18 विकेट झटके। इसके ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल में लिया गया 4 विकेट भी शामिल है। इस मैच में मदनलाला ने भी 4 विकेट झटके थे और भारत के 247 रनों के जवाब में पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 129 पर सिमट गई थी। फाइनल में भी रोजन बिन्नी ने एक अहम विकेट वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड का झटका।  

3. चयनकर्ता भी रहे रोजर: रोजर बिन्नी 2012 में राष्ट्रीय चयनकर्ता भी नियुक्त हुए। वह चयन समिति के 5 सदस्यीय समिति के सदस्य थे। इसी समिति ने आगे जाकर आईसीसी वर्ल्ड कप 2017 और आईसीसी वर्ल्ड टी20 2016 की टीम भी चुनी थी। 2015 वर्ल्ड कप टीम में स्टुअर्ट बिन्नी भी चुने गए थे और इसलिए कई सवाल भी खड़े हुए। हालांकि, बाद में ये बात सामने आई कि जब बेटे स्टुअर्ट की चर्चा चयनकर्ता कर रहे थे तब रोजन कमरे से बाहर चले गए थे ताकि दूसरे सदस्य बिना किसी झिझक के अपनी बात कह सकें।

4. गजब संयोग: रोजर बिन्नी ने अपना पहला और आखिरी वनडे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। ऐसे ही उनका पहला और आखिरी टेस्ट भी एक ही टीम पाकिस्तान के खिलाफ था। पाकिस्तान के खिलाफ यह दोनों टेस्ट तो उन्होंने बेंगलुरु में ही खेले।

5. कोचिंग में भी किया कमाल: बिन्नी साल-2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के कोच थे। उस वर्ल्ड कप से मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह जैसे स्टार खिलाड़ी उभरे। बाद में बिन्नी रणजी ट्रॉफी में बंगाल के भी कोच रहे। इसके बाद वह कर्नाटर स्टेट क्रिकेट असोसिएशन से भी जुड़े।

6. ऐसा रहा करियर: रोजर बिन्नी ने अपने करियर में 27 टेस्ट खेले और 830 रन बनाए। इसमें 5 अर्धशतक हैं। टेस्ट में बिन्नी का उच्चतम स्कोर 83 रहा। इसके साथ ही बिन्नी ने 47 विकेट भी झटके। जहां तक वनडे करियर की बात है तो बिन्नी ने 72 वनडे खेले और एक अर्धशतक की बदौलत कुल 629 रन बनाए। वनडे में रोजर के नाम 77 विकेट हैं। 

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