Inside Story: आधी रात के ड्रामे के बाद जानिए कैसे बनी सौरव गांगुली के नाम पर सहमति

बीसीसीआई अध्यक्ष पद की रेस में सौरव गांगुली ने बृजेश पटेल को पछाड़ा है। अध्यक्ष पद के लिए बृजेश पटेल को श्रीनिवासन का समर्थन प्राप्त था लेकिन...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: October 15, 2019 2:08 PM

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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय है। सौरव गांगुली के लिए यहां तक का सफर इतना आसान नहीं रहा है। 13 अक्टूबर को मुंबई के फाइव स्टार होटल में बीसीसीआई अध्यक्ष के चयन को लेकर पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और एन श्रीनिवासन के गुट आमने-सामने थे।

बीसीसीआई अध्यक्ष पद की रेस में सौरव गांगुली ने बृजेश पटेल को पछाड़ा है। अध्यक्ष पद के लिए बृजेश पटेल को श्रीनिवासन का समर्थन प्राप्त था, वहीं गांगुली को अनुराग ठाकुर का। पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर का केंद्र में मंत्री होना भी दादा की उम्मीदवारी को मजबूती दे गया, जिसके चलते गांगुली ने बाजी मार ली और पटेल को आईपीएल चेयरमैन बनाने पर सहमति बन गई।

BCCI अध्यक्ष बनने से पहले ही सौरव गांगुली ने उठा दिए ये गंभीर मुद्दे: बीसीसीबाई के भावी अध्यक्ष सौरव गांगुली ने सोमवार को कहा कि ‘हितों का टकराव’ भारतीय क्रिकेट के सामने सबसे बड़े मुद्दों में से एक है क्योंकि इसके विवादास्पद नियम सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों को इस खेल के प्रशासन में आने से रोक रहे हैं।

गांगुली खुद भी हितों के टकराव के मुद्दे का सामना कर चुके हैं। उन पर बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) और आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के मेंटोर रहने के कारण दोहरी भूमिका निभाने का आरोप लगा था। वह पहले ही दिल्ली कैपिटल्स से अलग हो चुके हैं जबकि 23 अक्टूबर को बीसीसीआई अध्यक्ष का पद भार संभालने के बाद वह सीएबी के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे देंगे।

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