गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम के लिए रविवार का दिन तब ऐतिहासिक क्षण लेकर आया जब भारत और वेस्टइंडीज की टीमें रविवार को पांच मैचों की सीरीज का पहला वनडे खेलने उतरीं। ये इस मैदान पर खेला गया पहला वनडे इंटरनेशनल मैच है।
साथ ही गुवाहाटी में 8 साल बाद पहली बार किसी वनडे इंटरनेशनल मैच का आयोजन किया गया है। हालांकि बरसापारा स्टेडियम में पिछले साल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 इंटरनेशनल मैच का आयोजन हो चुका है, जिसमें भारत को आठ विकेट से शिकस्त मिली थी।
कूड़ा डालने के ग्राउंड से क्रिकेट मैदान बनने की रोचक कहानी
बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम को डॉक्टर भूपेन हजारिक क्रिकेट स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ियों की श्रृंखलाओं के पीछे स्थित इस स्टेडियम से उत्तर-पूर्वी राज्यों की प्राकृतिक खूबसूरती की झलक मिलती है। शुरू में ये कूड़ा डालने का मैदान था। इसे क्रिकेट मैदान बनाने की शुरुआत 2006 में हुई और इसे बनने में सात-आठ साल लगे। ये मैदान असम सरकार द्वारा दी गई करीब 24 एकड़ जमीन पर बना है।
बरसापारा में पहला प्रथम श्रेणी मैच 2013-14 सीजन में असम और केरल के बीच रणजी ट्रॉफी मैच के साथ आयोजित हुआ था। 37,500 दर्शकों की संख्या वाले इस स्टेडियम ने 2017 में भारत vs ऑस्ट्रेलिया मैच के साथ अपना पहला टी20 इंटरनेशनल मैच और अब भारत vs वेस्टइंडीज मैच के साथ अपने पहले वनडे मैच का आयोजन किया है।
हालांकि इस स्टेडियम को बनाना असम क्रिकेट संघ के लिए आसान नहीं रहा। इसका निर्माण पूरा भी नहीं हुआ था कि लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों को लेकर आए निर्णय के बाद बीसीसीआई ने असम बोर्ड को फंड रिलीज करने पर रोक लगा दी। उस समय इसका 10 फीसदी निर्माण कार्य बचा था।
लेकिन असम क्रिकेट संघ की अपील के बाद क्रिकेट के फैन असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा इसके निर्माण कार्य के लिए दिए गए 16 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद से ये काम पूरा हुआ।
गुवाहाटी में आखिरी बार वनडे मैच का आयोजन 2010 में नेहरू क्रिकेट स्टेडियम में किया गया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में कोहली ने शतक जड़ा था और भारत को 40 रन से जीत मिली थी।