एजबेस्टन, 02 अगस्त: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि क्रिकेट के प्रति उनके लगाव ने मुश्किल समय से उबरने में मदद की है। 28 वर्षीय शमी ने एजबेस्टन टेस्ट में तीन विकेट झटकते हुए इंग्लैंड को 287 रन पर समेटने में अहम योगदान दिया। जून में यो-यो टेस्ट में फेल होने के बाद शमी भारतीय टीम से बाहर हो गए थे लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वापसी करते हुए उन्होंने पहले टेस्ट की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके।
अपने मुश्किल समय के बारे में शमी ने कहा कि उनके समर्पण और जुनून ने उन्हें मजबूती से खड़ा होने में मदद की। उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका दौरा काफी दिन पहले था और इसके बाद मैदान के बाहर कुछ मुद्दे थे। इस दौरान मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन प्रयास था कि मुझे उस चीज (क्रिकेट) के लिए मेहतन करते रहनी होगी जिसे मैं सबसे ज्यादा प्यार करता हूं और जो मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।'
शमी के खिलाफ इस साल मार्च में उनकी पत्नी हसीन जहां ने घरेलू हिंसा, जान से मारने समेत कई आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। इस घटना से शमी की प्रतिष्ठा को गहरा धक्का लगा था। शमी ने कहा, 'मैं सिर्फ अपना काम करते रहना चाहता था और उसके बाद देखना चाहता था कि मेरी जिंदगी में क्या होता है। मैं जिन भी मुश्किलों का सामना करूं, सबसे पहले मैं क्रिकेट खेलना चाहता था और इसे खेलना जारी रखना चाहता था, और अब नतीजा आपके सामने है।'
शमी ने कहा, 'आपकी जिंदगी और परिवार में उतार-चढ़ाव आता रहता है। लेकिन जब आप देश के लिए खेलते हैं तो एक जिम्मेदारी आती है और जब आप वह काम सही ढ़ंग से करते हैं, तो वही सबसे अच्छी चीज होती है। इसलिए आज मैं उससे बहुत खुश हूं।'
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