आखिरी गेंद पर दिनेश कार्तिक द्वारा लगाए गए छक्के की बदौलत हाल ही में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को हराते हुए निदाहास ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है। ये पहली बार नहीं है जब टीम इंडिया ने बांग्लादेश को रोमांचक मात दी है। कुछ इसी अंदाज में भारतीय टीम ने आज ही के दिन, यानी कि 23 मार्च 2016 को टी20 वर्ल्ड कप के करो या मरो के मैच में बांग्लादेश को आखिरी गेंद पर 1 रन से हराते हुए क्वॉर्टर फाइनल में जगह बना ली थी। इस में आखिरी ओवर में धोनी की सूझबूझ भरी कप्तानी से भारत ने जिस तरह से वापसी करते हुए मैच जीता, उसे हमेशा याद रखा जाएगा।
भारत ने इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 146 रन बनाए, भारत के लिए सबसे अधिक 30 रन रैना ने बनाए जबकि कोहली ने 24 और धवन ने 23 रन की पारी खेली। इसके जवाब में बांग्लादेश ने एक समय 19 ओवर में 6 विकेट पर 136 रन बना लिए थे और उसे आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रन चाहिए थे और क्रीज पर थे महमुदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम।
आखिरी ओवर में 3 गेंदों में 2 रन नहीं बना पाया बांग्लादेश
बांग्लादेश को जीत के लिए आखिरी ओवर में 11 रन की जरूरत थी और धोनी ने गेंद थमाई हार्दिक पंड्या को। पंड्या की पहली गेंद पर महमुदुल्लाह ने एक रन बनाया और लक्ष्य 5 गेंदों में 10 रन हो गया। मुशफिकुर रहीम ने अगली दो गेंदों पर चौका जड़ते हुए भारतीय फैंस को खामोश कर दिया। (पढ़ें: आईपीएल से पहले धोनी कर रहे हैं लंबे-लंबे शॉट की तैयारी, देखें वीडियो)
अब लक्ष्य 3 गेंदों में 2 रन का हो गया और भारत की हार यहां से लगभग तय लगने लगी थी। लेकिन चौथी गेंद पर मैच जल्दी खत्म करने की कोशिश में मुशफिकुर का हवा में खेला गया शॉट धवन के हाथों में पहुंच गया और मुशफिकुर पविलियन लौट गए। अगली गेंद पर यही लगती महमुदुल्लाह ने की और इस बार उनका कैच रवींद्र जडेजा ने पकड़ा। (पढ़ें: धोनी से तुलना पर बोले कार्तिक, कहा- वो जिस यूनिवर्सिटी के टॉपर हैं, मैं अभी वहां कर रहा पढ़ाई)
देखें: भारत vs बांग्लादेश 2016 टी20 वर्ल्ड कप का हाईलाइट्स
अब आखिरी गेंद पर बांग्लादेश को जीत के लिए 2 रन और मैच टाई करने के लिए एक रन की जरूरत थी। लेकिन सुवागता होम इस गेंद पर शॉट नहीं खेल पाए और एक रन चुराने की कोशिश में दूसरे छोर से भागकर मुस्तफिजुर रहमान को धोनी ने रन आउट कर दिया और भारत ने ये मैच एक रन से अपने नाम करते हुए बांग्लादेश को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
धोनी ने आखिरी गेंद पर बांग्लादेशी बल्लेबाज को आउट करने के लिए गेंद को थ्रो करने के बजाय खुद ही दौड़े और स्टंप उड़ाते हुए क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार रन आउट में से एक किया।