IND vs SA, 1st ODI: चोट से वापसी के बाद बोले भुवनेश्वर कुमार, सभी अंतर्राष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण, अधूरी फिटनेस के साथ वापसी नहीं करना चाहता था

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अपने रिहैबिलिटेशन के संदर्भ में भुवनेश्वर ने कहा कि वह कभी भी टीम में आधी अधूरी फिटनेस और बिना अभ्यास मैच खेले वापसी नहीं करना चाहते थे।

By भाषा | Published: March 11, 2020 05:06 PM2020-03-11T17:06:56+5:302020-03-11T17:06:56+5:30

IND vs SA, 1st ODI: Didn’t want to return without playing practice match: Bhuvneshwar kumar | IND vs SA, 1st ODI: चोट से वापसी के बाद बोले भुवनेश्वर कुमार, सभी अंतर्राष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण, अधूरी फिटनेस के साथ वापसी नहीं करना चाहता था

IND vs SA, 1st ODI: चोट से वापसी के बाद बोले भुवनेश्वर कुमार, सभी अंतर्राष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण, अधूरी फिटनेस के साथ वापसी नहीं करना चाहता था

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भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने बुधवार को टी20 विश्व कप वर्ष में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के महत्व पर कप्तान विराट कोहली से अलग रुख अपनाते हुए कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण हैं और एक और खराब श्रृंखला से टीम के आत्मविश्वास पर असर पड़ेगा। पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में 0-3 की हार के बाद कोहली ने कहा था कि उस कैलेंडर वर्ष में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की अहमियत अधिक नहीं है जब ट्वेंटी20 विश्व कप का आयोजन होना है।

भुवनेश्वर ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण होते हैं। हमने न्यूजीलैंड में श्रृंखला गंवाई है और आप सभी को इसके बाद की प्रतिक्रिया की जानकारी है। हमारा लक्ष्य श्रृंखला जीतना था क्योंकि अगर हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे तो खिलाड़ियों के आत्मविश्वास पर भी असर पड़ेगा।’’

भुवेनश्वर का मानना है कि इस श्रृंखला में अच्छे प्रदर्शन से खिलाड़ियों का 29 मार्च से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग से पहले आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘टी20 अलग चीज है लेकिन अगर हम यहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो आईपीएल में बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ जाएंगे जो जरूरी है।’’

पिछले साल स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी के कारण न्यूजीलैंड दौरे से बाहर रहने वाले भुवनेश्वर की भारतीय टीम में वापसी हुई है। इस 31 वर्षीय गेंदबाज ने स्वीकार किया कि तेज गेंदबाजों के लिए वापसी करना आसान नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘‘चोट के बाद वापसी करते हुए तेजी को बरकरार रखना मुश्किल होता है क्योंकि आपके दिमाग में हमेशा यह रहता है कि अगर आप तेज गति से गेंदबाजी की कोशिश करोगे तो फिर चोटिल हो सकते हो। इसके लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्य यह है कि आप अधिक से अधिक मैच खेलो जिससे कि आत्मविश्वास बढ़े कि आप फिट हो।’’

भुवनेश्वर ने कहा कि चोट की स्थिति में वैकल्पिक गेंदबाजों का होना अच्छा है और किसी भी टीम के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा अच्छा संकेत है। गुरुवार को बारिश की भविष्यवाणी की गई है और भुवनेश्वर ने भी संकेत दिए कि अगर कल भारत टास जीता तो पहले गेंदबाजी करने को प्राथमिकता देगा। उन्होंने कहा, ‘‘आम तौर पर यह बल्लेबाजी विकेट होता है। शाम को ओस की भी भूमिका रहती है जिससे गेंदबाज के लिए मुश्किल हो जाती है।’’

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अपने रिहैबिलिटेशन के संदर्भ में भुवनेश्वर ने कहा कि वह कभी भी टीम में आधी अधूरी फिटनेस और बिना अभ्यास मैच खेले वापसी नहीं करना चाहते थे। बुधवार को भारत के लिए वैकल्पिक अभ्यास सत्र था जिसमें कप्तान कोहली और आलराउंडर हार्दिक पंड्या ने हिस्सा नहीं लिया। पंड्या चोट के कारण छह महीने बाहर रहने के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप के दौरान उनकी कमर में चोट लगी थी जिसकी सर्जरी करानी पड़ी थी।

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