Ind Vs Eng: "सबसे बड़ा सबक जो मैंने सीखा...", 100 टेस्ट खेलने वाले अश्विन ने याद किया अपना संघर्ष

Ind Vs Eng 5th test: हिमाचल प्रदेश की धरती धर्मशाला के स्टेडियम में 7 मार्च से भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला जा रहा है।

By धीरज मिश्रा | Published: March 7, 2024 10:50 AM2024-03-07T10:50:57+5:302024-03-07T10:53:56+5:30

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Highlights100 टेस्ट खेलने वाले 4वें भारतीय खिलाड़ी बने अश्विन 2012-13 के दौरान, टीम से बाहर होने वाले थे अश्विन अश्विन ने खुद पर बाहरी दबाव नहीं बनने दिया और लगातार अपने प्रदर्शन से खुद को साबित किया

Ind Vs Eng 5th test: हिमाचल प्रदेश की धरती धर्मशाला के स्टेडियम में 7 मार्च से भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है। खबर लिखे जाने तक 12 ओवर में इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए 43 रन बना लिए।

वहीं, भारत के लिए खेलते हुए ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने नाम एक नया कीर्तिमान बना लिया है। टेस्ट में अश्विन भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले 14वें खिलाड़ी बने। अश्विन से पहले भारत के लिए टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी की लिस्ट में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले, कपिल देव, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, सौरव गांगुली, विराट कोहली, इशांत शर्मा, हरभजन सिंह, चेतेश्वर पुजारा और वीरेंद्र सहवाग का नाम शामिल है।

अश्विन के करियर पर नजर

अश्विन ने 100 टेस्ट की 187 पारियों में 507 विकेट लिए। एक पारी में 59 रन देकर 7 विकेट। एक मैच में 140 रन देकर 13 विकेट। 23.92 की एवरेज। 51.31 स्ट्राइक रेट। 35 बार पांच विकेट। 8 बार 10 विकेट लेने में कामयाब हुए।

अश्विन ने अपने संघर्ष को याद किया

अश्विन भारत और इंग्लैंड के बीच सफल गेंदबाज के तौर पर सामने आए हैं। भारत को जब भी इस सीरीज में विकेट की जरुरत थी। अश्विन ने विकेट लेकर दिया है। इस सीरीज में अश्विन 14 विकेट ले चुके हैं। लेकिन एक ऐसा दौर भी था जब अश्विन की टीम से छुट्टी होने वाली थी। अश्विन ने इंग्लैंड में 2012-13 के घरेलू श्रृंखला में हार के बाद अपने करियर के बहुत कठिन दौर को याद किया।

जब वह टीम से बाहर होने की कगार पर थे। तब उन्होंने खुद झुकने के बजाय अपने प्रतिद्वंद्वी पर अधिक दबाव डालना सीखा और टीम में अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए अपने कौशल पर कड़ी मेहनत की। 

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