टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने हैदराबाद वनडे में शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी शानदार गेंदबाजी से प्रभावित किया। भारत ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग के लिए उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 7 विकेट पर 236 के स्कोर पर रोक दिया। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए।
कुलदीप ने इस मैच में 10 ओवर में 46 रन देकर दो विकेट झटके। लेकिन उन्होंने जिस अंदाज में पीटर हैंड्सकॉम्ब को पविलियन पहुंचाया वह वाकई काबिलेतारीफ था।
कुलदीप की फिरकी में फंसे हैंड्सकॉम्ब
कुलदीप ने ये कमाल ऑस्ट्रेलियाई पारी के 30वें ओवर की आखिरी गेंद पर किया। कुलदीप ने हैंड्सकॉम्ब को एक फ्लाइडेट गेंद फेंकी जिसे खेलने के लिए हैंड्सकॉम्ब को क्रीज से बाहर निकलना पड़ा, लेकिन गेंद उनके बैट और पैड के बीच से टर्न होती हुई उन्हें चकमा देती हुई विकेट के पीछे धोनी के पास पहुंची, जिन्होंने गिल्लियां बिखेरने में देर नहीं लगाई और हैंड्सकॉम्ब क्रीज से काफी बाहर रहते हुए स्टंप आउट हो गए। वह 30 गेंदों में 19 रन बनाकर आउट हुए।
कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी पर दिया ये बयान
कुलदीप ने ऑस्ट्रेलियाई पारी के बाद अपनी गेंदबाजी पर कहा, 'पहले 10 ओवर बहुत महत्वपूर्ण हैं। जसप्रीत और शमी ने अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 8 ओवरों में 25 रन देकर एक विकेट लिया। मैं 20 दिन के ब्रेक से वापस आ रहा हूं तो मैंने लय में आने में समयलिया। ये विकेट बहुत धीमा है और अपनी विविधताओं को मिश्रित रूप से प्रयोग करना चाहता था। हैंड्सकॉम्ब का विकेट बहुत खास था। अगर आपके पास तीन-चार विविधाताएं हैं तो एक को चुनना मुश्किल होता है। मैं ज्यादातर अपनी चाइनामैन गेंद पर टिका हूं और कभी कभार रॉन्ग वन फेंकता हूं।'
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 236 रन बनाए, उसके लिए उस्मान ख्वाजा ने सबसे अधिक 50, ग्लेन मैक्सवेल ने 40, माकर्स स्टोइनिस ने 37 और एलेक्स केरी ने 36 रन बनाए।