IND Vs AUS 1st T20: इन दो गेंदबाजों के कारण कोहली खुद को मानते हैं लकी, जमकर की तारीफ

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही टी-20 सीरीज से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बुमराह और भुवनेश्वर के टीम में होने को लेकर खुद को लकी बताया।

By सुमित राय | Published: November 20, 2018 02:56 PM2018-11-20T14:56:48+5:302018-11-20T14:57:23+5:30

Ind vs Aus, 1st T20: Lucky to have Bumrah, Bhuvneshwar as best new-ball pair, says Virat Kohli | IND Vs AUS 1st T20: इन दो गेंदबाजों के कारण कोहली खुद को मानते हैं लकी, जमकर की तारीफ

विराट कोहली

googleNewsNext
Highlightsविराट कोहली ने बुमराह और भुवनेश्वर के टीम में होने को लेकर खुद को लकी बताया।कोहली ने जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की जमकर तारीफ की।कोहली ने कहा बुमराह और भुवी इसलिए सफल हैं, क्योंकि वह थिंकिंग बॉलर हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रही टी-20 सीरीज से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बुमराह और भुवनेश्वर के टीम में होने को लेकर खुद को लकी बताया। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कोहली ने जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि उनकी टीम में बुमराह और भुवी जैसे गेंदबाजों का होना किस्मत की बात है।

भुवी-बुमराह को बताया थिंकिंग बॉलर

इन दोनों की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा कि बुमराह और भुवी इसलिए सफल हैं, क्योंकि वह थिंकिंग बॉलर हैं। वे दोनों स्थिति को समझते अंदाजा लगा लेते हैं कि बल्लेबाज क्या करने की सोच रहा है। ज्यादातर हर एक गेंद पर क्या होने वाला है इस बात को भांप लेने की वजह से वह बल्लेबाज के आगे रहते हैं और कभी-कभी बल्लेबाजों पर हावी हो जाते है।

भुवी-बुमराह के होने पर नए गेंदबाजों का आना मुश्किल

कोहली ने कहा कि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं, इस कारण नए गेंदबाजों का टीम में जगह देने में मुश्किल होती है। उन्होंने कहा कि सीरीज शुरू होने से पहले हम सोचते हैं कि नए गेंदबाजों को शुरुआती मुकाबलों में मौका दें, लेकिन बाद में ऐसा लगता है शुरुआती मुकाबले में अपने बेस्ट बॉलर खिलाने चाहिए, ताकि जीत दर्द विरोधी टीम पर दबाव बनाएं। अगर आप शुरुआती मुकाबले हार भी जाते हैं तो भी आप आगे आने वाले मुकाबले में भुवी और बुमराह के साथ जाना चाहते हैं।

पढ़ लेते हें बल्लेबाजों की रणनीति

कोहली ने कहा कि दोनों गेंदबाज अच्छे हैं और वो बॉल फेंकने से पहले ही बल्लेबाज की रणनीति को पढ़ लेते हैं। वे 85-90 प्रतिशत ये बल्लेबाजों को समझने में कामयाब रहते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वह देखते रहते हैं कैसे खेल चल रहा है, बल्लेबाज कौन से क्षेत्र में शॉट लगा रहा है। मुश्किल वक्त में किस तरह से गेंदबाजी करनी है। यह दोनों की ताकत है और कोई भी कप्तान ऐसे गेंदबाज को टीम में रखना चाहेगा। मैं काफी लकी हूं कि ये दोनों ही मेरी टीम में हैं। ये वो गेंदबाज हैं जो हमें सही समय पर विकेट दिलाते हैं और मुश्किल वक्त में डेथ ओवर में भी आकर शानदार गेंदबाजी करते हैं।

Open in app