क्रिकेट में इमरान खान ने किए हैं कई कमाल, रिटायरमेंट के बाद वापसी कर पाक को जिताया था वर्ल्ड कप

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।

By भाषा | Published: July 26, 2018 06:40 PM2018-07-26T18:40:45+5:302018-07-26T18:40:45+5:30

Imran Khan become 1st captain to win world cup for Pakistan | क्रिकेट में इमरान खान ने किए हैं कई कमाल, रिटायरमेंट के बाद वापसी कर पाक को जिताया था वर्ल्ड कप

क्रिकेट में इमरान खान ने किए हैं कई कमाल, रिटायरमेंट से वापसी कर पाक को जिताया था वर्ल्ड कप

googleNewsNext

नई दिल्ली, 26 जुलाई। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। इमरान खान की पहली पहचान हमेशा उस क्रिकेट कप्तान के रूप में रहेगी जो मैदान पर नामुमकिन को मुमकिन बनाने का माद्दा रखता था और जिसने अपनी टीम को विश्व विजेता बनने का ख्वाब दिखाया और पूरा भी किया। बतौर सियासतदां इमरान कैसे साबित होंगे, यह तो मुस्तकबिल ही तय करेगा लेकिन एक क्रिकेटर और कप्तान के रूप में वह हमेशा कद्दावर रहेंगे।

भारत में काफी लोकप्रिय थे इमरान खान

अस्सी के दशक में कई अंतरराष्ट्रीय कप्तान रहे, लेकिन क्रिकेट के मैदान पर एक ही अगुआ था और वह इमरान खान था। यह वह दौर था जब भारतीय टीम अक्सर पाकिस्तान से हार जाया करती थी। अक्तूबर और नवंबर में जाड़े की धूप में अपने श्वेत श्याम टीवी के आगे दूरदर्शन पर नजरें गड़ाए बैठे भारतीय क्रिकेटप्रेमी यही सोचा करते थे कि काश इमरान उनका कप्तान होता। भारत में इमरान की लोकप्रियता जबर्दस्त हुआ करती थी। वह जहां जाते भीड़ जुट जाती। उन्होंने थम्सअप और सिंथाल का विज्ञापन भी किया।

रिटायरमेंट के बाद की वापसी और पाक को विश्व विजेता बनाया

इमरान खान 1987 विश्व कप के बाद रिटायर हो चुके थे, लेकिन उन्हें फैसला बदलना पड़ा। उन्होंने 1992 विश्व कप में वापसी की और चोट के कारण बतौर बल्लेबाज अधिक खेले। विश्व कप 1992 में टॉस से पहले इयान चैपल से बात करते हुए इमरान ने सफेद रंग का टीशर्ट पहन रखा था। उसके किनारे पर बाघ बना हुआ था जो बानगी दे रहा था कि कप्तान का किरदार कैसा हो। पाकिस्तान को विश्व कप जिताकर क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इमरान जैसी विदाई बिरलों को ही मिलती है।

भारतीय खिलाड़ी भी इमरान की कप्तानी में खेलना चाहते थे

संजय मांजरेकर ने अपनी आत्मकथा 'इमपरफेक्ट' में लिखा था कि अगर इमरान खान उसके कप्तान होते तो वह बेहतर क्रिकेटर होते। अपने दौर में बेहतरीन हरफनमौला रहे इमरान विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज रहे लेकिन अपनी कप्तानी के दम पर उन्होंने जो इज्जत कमाई, उसने उन्हें अलग ही जमात में ला खड़ा किया। भारत के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने कहा कि वह उनका कप्तान, कोच, मुख्य चयनकर्ता सभी कुछ था। वह प्रतिभा का पारखी था और काफी जिद्दी भी।

बाकियों से इमरान खान की शख्सियत थी जुदा

80 के दशत में कई हरफनमौलाओं के बीच श्रेष्ठता की जंग छिड़ी थी। कपिल देव नैसर्गिक प्रतिभा के धनी थे तो रिचर्ड हैडली बेहद अनुशासित। इयान बाथम जीनियस थे और इमरान खान दुनिया के किसी भी बल्लेबाज में दहशत भरने का माद्दा रखते थे। आक्सफोर्ड से पढे इमरान की शख्सियत सबसे जुदा थी। वसीम अकरम उनसे ज्यादा कलात्मक गेंदबाज थे, लेकिन अगर इमरान उनके सरपरस्त नहीं होते तो करियर में वह इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते। अकरम रिवर्स स्विंग के सुल्तान कहलाए, जिन्होंने इमरान से ही यह कला सीखी थी।

पाक क्रिकेट के लिए ये खिलाड़ी थे इमरान की खोच

एक दिन टीवी पर घरेलू मैच देखते हुए इमरान खान ने युवा तेज गेंदबाज को देखा। उन्होंने पीसीबी अधिकारियों से उसके बारे में पता करने को कहा। वह लड़का वकार युनूस था। इंजमाम उल हक भी इमरान की ही खोज थे जो 1992 विश्व कप के सितारे रहे। एक कप्तान के तौर पर उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि जावेद मियांदाद के साथ तालमेल बिठाने की रही। दोनों की शख्सियत जुदा थी, लेकिन साथ में खेलते हुए दोनों बेहद कामयाब रहे।

खेल जगत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश-दुनिया की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें। यूट्यूब चैनल यहां सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट।

Open in app