क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 का जादू फैंस के सिर चढ़कर बोलने लगा है। चार साल के अंतराल पर आयोजित होने वाले क्रिकेट के इस महाकुंभ के 12वें संस्करण का आयोजन 30 मई से 14 जुलाई तक इंग्लैंड और वेल्स में किया जा रहा है।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत की 15 सदस्यीय टीम अपने तीसरे खिताब की तलाश में इंग्लैंड पहुंच चुकी है। भारत अब तक 1975 से 2015 तक आयोजित हुए 11 वर्ल्ड कप में से सभी का हिस्सा रहा है और इनमें से दो बार, 1983 और 2011 में वर्ल्ड कप में जीत हासिल की, जबकि तीन बार वह सेमीफाइनल (1987. 1996, 2015) तक पहुंचा और एक बार उसे फाइनल (2003) में शिकस्त झेलनी पड़ी।
आइए एक नजर डालते हैं भारत के 1975 से 2015 तक के वर्ल्ड कप प्रदर्शनों पर।
वर्ल्ड कप में भारत का अब तक का प्रदर्शन
कुल मैच-75जीते-46हारे-27टाई-1कोई परिणाम नहीं-1
वर्ल्ड कप 1975 से 2015 तक भारत का प्रदर्शन
1975: ग्रुप चरण1979: ग्रुप चरण1983: विजेता1987: सेमीफाइनल1992: राउंड-रॉबिन चरण1996: सेमीफाइनल1999-सुपर सिक्स2003-उपविजेता2007-ग्रुप चरण2011-विजेता2015-सेमीफाइनल
वर्ल्ड कप: भारत के सबसे कामयाब बल्लेबाज
1.सचिन तेंदुलकरमैच-45रन-2278 औसत-59.95शतक-6उच्चतम स्कोर-152
2.सौरव गांगुलीमैच-21रन-1006औसत-55.28शतक-4उच्चतम स्कोर-183
वर्ल्ड कप: भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज
1.जहीर खानमैच-23विकेट-44सर्वश्रेष्ठ-42/4औसत-20.22
2.जवागल श्रीनाथमैच-34विकेट-44सर्वश्रेष्ठ-30/4औसत-27.81
वर्ल्ड कप: भारत का उच्चतम स्कोर
413/5 vs बरमूडा-19 मार्च 2007
वर्ल्ड कप: भारत का न्यूनतम स्कोर
125 vs ऑस्ट्रेलिया-15 फरवरी 2003
वर्ल्ड कप: भारत के लिए बल्लेबाज का उच्चतम स्कोर
सौरव गांगुली-183* vs श्रीलंका, 1999कपिल देव-175* vs जिम्बाब्वे, 1983वीरेंद्र सहवाग-175 vs बांग्लादेश, 2011
वर्ल्ड कप: भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी
आशीष नेहरा-23/6 vs इंग्लैंड, 2003
वर्ल्ड कप: भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी औसत
राहुल द्रविड़औसत-61.4रन-860 रनशतक-2
वर्ल्ड कप: भारत का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर
युवराज सिंहमैच-23रन-738औसत-52.7विकेट-20औसत-23.1
वर्ल्ड कप: भारत के लिए हैट-ट्रिक
चेतन शर्मा vs न्यूजीलैंड, 1987
वर्ल्ड कप: 1975 से 2015 तक भारत के सबसे यादगार प्रदर्शन
-बिशन सिंह बेदी ने 1975 के वर्ल्ड कप में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ बेहद कसी हुई गेंदबाजी करते हुए 12 ओवर में 8 मेडेन फेंकते हुए 6 रन देकर एक विकेट लिया था।
-कपिल देव ने 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ बेहद विपरीत परिस्थितियों में 175 रन की जोरदार पारी खेलते हुए भारत को अविश्वसनीय लगने वाली जीत दिलाई थी। उसी कप के फाइनल में कपिल ने विवियन रिचर्ड्स का जो कैच पकड़ा था, उसने भारत को पहली बार विजेता बनने का मौका दिलाया।
-तेज गेंदबाज चेतन शर्मा 1987 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवेन चैटफील्ड को क्लीन बोल्ड करते हुए मेगा इवेंट में भारत के लिए हैट-ट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे।
-वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में धोनी ने 91 रन की पारी खेलते हुए भारत को जीत दिलाई, इसी मैच में गौतम गंभीर ने भारत को खराब शुरुआत से उबारते हुए 97 रन की शानदार पारी खेली थी।
-शिखर धवन की 137 रन की पारी की मदद से भारत ने वर्ल्ड कप 2015 में दक्षिण अफ्रीका को हराया, जो इस महाकुंभ में अफ्रीकी टीम पर उसकी पहली जीत थी।
-सचिन तेंदुलकर और पाकिस्तान के जावेद मियांदाद संयुक्त रूप से सर्वाधिक छह वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी हैं।
वर्ल्ड कप: 1975 से 2015 तक भारत के सबसे निराशाजनक प्रदर्शन
-सुनील गावस्कर ने 1975 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 60 ओवर के मैच में सिर्फ 36 रन की नाबाद पारी खेली थी। गावस्कर ने इस पारी में 174 गेंदें खेली थीं।
-2007 वर्ल्ड कप में भारत की बांग्लादेश के हाथों 5 विकेट से मिली अप्रत्याशित हार ने पहले दौर में ही उसका बोरिया-बिस्तर बांध दिया था।
-भारत को 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 141 रन से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। ये भारत की वर्ल्ड कप फाइनल में अब तक एकमात्र हार है।
-1996 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में शानदार शुरुआत के बावजूद भारतीय बैटिंग के अचानक बिखर जाने से भारत को श्रीलंका के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। ईडन गार्डंस में खेले गए इस मैच में दर्शकों के व्यवधान के बाद मैच पूरा न होने पर श्रीलंका को डिफाल्ट से विजेता घोषित किया गया था।