भारत के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल भले ही क्रिकेट में अपना पहला वर्ल्ड कप खेलने जा रहे हों लेकिन वह शतरंज में पहले ही एक वर्ल्ड कप खेल चुके हैं। चहल ने शतरंज में अंडर-14 स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
इस वर्ल्ड कप में चहल और कुलदीप यादव के ऊपर भारतीय स्पिन आक्रमण और काफी हद तक भारतीय गेंदबाजी की उम्मीदों का भी दारोमदार होगा।
चहल ने बताया विकेट लेने के लिए बनाते हैं कौन सी योजना
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में जब चहल से पूछा गया कि वर्तमान क्रिकेट में बल्लेबाजों के खिलाफ ढेरों रन बनते हैं, तो वह विकेट लेने के लिए क्या योजना बनाते हैं?
तो चहल ने कहा, 'ये परिस्थिति पर निर्भर करता है। इसके बाद हम मैदान के आकार को देखते हैं। अगर ये छोटा मैदान है और पिच फ्लैट है, तो आप हमें गेंदों को उतना फ्लाइट करते हुए नहीं देखेंगे। इसके बाद आप देखेंगे कि बल्लेबाज कितना उत्सुक है और तेजी से बल्लेबाज की ताकत का आकलन कर लेंगे। लेकिन जब आप पहली बार मैदान में पहुंचते हैं तो आप परिस्थितियों का आकलन करते हैं और वापस लौटकर उसके एक योजना बनाते हैं।'
उन्होंने कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण बात है सीनियर बल्लेबाजों माही भाई (धोनी), विराट, रोहित और शिखर से बात करना। आप उनसे पूछते हैं कि वह इन परिस्थितियों में अपनी बल्लेबाजी को लेकर क्या योजना बनाते। और उन्होंने दुनिया के कई मैदानों पर खेला है और उनके पास बेहतर विचार हैं।'
धोनी के साथ रिश्ते को लेकर चहल ने दिया बयान
भारत के लिए डेब्यू के बाद से ही चहल और कुलदीप को धोनी से आवश्यक निर्देश मिलते रहे हैं। ये पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अब धोनी के मार्गदर्शन की जरूरत पड़ती है।
चहल ने कहा, 'चाहे जो भी हो, आपको माही भाई की जरूरत होती है।'
इस स्टार स्पिनर ने कहा, 'हम अब भी वह जो कहते हैं उसे मानते हैं। जब हम गलत होते हैं तो वह टोकते हैं। ये वैसा ही है जैसे हमारे पहली बार टीम में आने पर था। यहां तक कि अगर हम अब भी खुद से कोई योजना बनाते हैं, तो हमें लगता है कि हमें उनसे बात करनी चाहिए।'