भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के मैच में बलिदान बैज (प्रतीक चिन्ह) वाले ग्लव्स पहनकर खेले।
'कैप्टन कूल' के नाम से चर्चित एमएस धोनी ने जब दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ऐंडिले फेहलुकवायो को स्टम्पिंग की तो वह सेना के सम्मानसूचक चिन्ह वाले ग्लव्स पहने नजर आए।
इस मैच के दौरान धोनी के ग्लव्स पर दिखा रेजिमेंटल भाले का निशान इंडियन पैरा स्पेशल फोर्सेज (भारतीय पैरा विशेष बल) का सम्मानसूचक चिन्ह है।
भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स, भारतीय सेना की विशेष ऑपरेशन यूनिट होती है। इसी स्पेशल फोर्स ने 2016 में पाकिस्तान अधिकृ्त कश्मीर (पीओके) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक के बहादुरी भरे कारनामे को अंजाम दिया था।
धोनी ने क्यों पहने सेना के प्रतीक चिन्ह वाले ग्लव्स
2011 में धोनी को भारतीय सेना का मानद लेफ्टिनेंट कर्नल बनाया गया था और वह कुछ समय के लिए पैरा रेजिमेंट में ट्रेनिंग के लिए भी गए थे। आगरा में अपनी इस ट्रेनिंग अवधि के दौरान धोनी ने भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 पैराशूट्स से पांच छलांग लगाई थी और ऐसा करते हुए पैरा विंग्स प्रतीक चिन्ह लगाने की योग्यता हासिल की थी।
फैंस ने की धोनी के इस अंदाज जमकर तारीफ
सोशल मीडिया में कई फैंस ने एमएस धोनी के इस अंदाज की जमकर तारीफ की और लिखा कि इसीलिए उनके प्रति लोगों के मन में इतना सम्मान है।
धोनी का सेना से रहा है खास लगाव
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के सेना के लिए प्यार से सब अवगत हैं, वह अक्सर सेना से जुड़ने की अपनी इच्छा जाहिर करते रहते हैं।
इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के मैच के दौरान रांची में खेले गए वनडे में भारतीय टीम सेना की कैप पहनकर खेली थी। भारतीय टीम ने ये कदम 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए उठाया था।
भारत ने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को हराया
भारत ने बुधवार को अपने वर्ल्ड कप अभियान का आगाज शानदार अंदाज में करते हुए रोहित शर्मा के शतक की मदद से दक्षिण अफ्रीका को 6 विकेट से हराते हुए किया।
धोनी भी इस मैच में लय में नजर आए और 34 रन की शानदार पारी खेली। भारत अब अपना अगला मैच 9 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा।